साप्ताहिक समीक्षा-गेहूं
15-Nov-2025 08:03 PM
आपूर्ति की सुगमता से दिल्ली-यूपी में गेहूं का भाव घटा
नई दिल्ली। आपूर्ति एवं उपलब्धता की सुगमता एवं मिलर्स-प्रोसेसर्स की सीमित मांग से 8.14 नवम्बर वाले सप्ताह के दौरान खासकर दिल्ली, उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान की कुल मंडियों में गेहूं के दाम में गिरावट दर्ज की गई मगर मध्य प्रदेश में मजबूती या स्थिरता का माहौल रहा।
निर्यात
केन्द्र सरकार गेहूं के मूल्य संवर्धित उत्पादों के निर्यात की अनुमति देने पर विचार कर रही है जबकि भारतीय खाद्य निगम ने अपने स्टॉक से खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं बेचने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। उद्योग-व्यापार क्षेत्र चाहता है कि गेहूं पर लगी भंडारण सीमा समाप्त हो जाए।
भाव
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान दिल्ली में गेहूं का भाव 45 रुपए घटकर 2800/2825 रुपए प्रति क्विंटल तथा मध्य प्रदेश के इटारसी में 30 रुपए गिरकर 2450/2520 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। हालांकि मध्य प्रदेश के उज्जैन एवं खंडवा में गेहूं के दाम में क्रमश: 50 रुपए तथा 100 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी रही मगर इंदौर एवं देवास सहित अन्य मंडियों में स्थिरता देखी गई।
राजस्थान
गेहूं का दाम राजस्थान के कोटा में 50 रुपए बढ़कर 2475/2650 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा मगर बूंदी में 30 रुपए गिरकर 2440/2540 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। उत्तर प्रदेश की अधिकांश मंडियों में गेहूं का भाव नरम रहा। इसमें 10 से 50 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट दर्ज की गई। खाद्य निगम द्वारा 12 नवम्बर को आयोजित ई-नीलामी के दौरान उत्तर प्रदेश के मिलर्स / प्रोसेसर्स द्वारा अच्छी मात्रा में गेहूं की खरीद की गई।
आवक
विभिन्न मंडियों में गेहूं की अच्छी आपूर्ति हो रही है। 8-14 नवम्बर वाले सप्ताह के दौरान दिल्ली में रोजाना 5 से 8 हजार बोरी के बीच गेहूं की आवक हुई। इंदौर, देवास, उज्जैन, ग्वालियर, कोटा, बूंदी एवं राजकोट जैसी मंडियों में भी सामान्य आवक दर्ज की गई।
बिजाई
रबी सीजन के इस सबसे महत्वपूर्ण खाद्यान्न की जोरदार बिजाई जारी है और इसका क्षेत्रफल गत वर्ष से आगे चल रहा है। इसके फलस्वरूप 2025-26 के सीजन में एक बार फिर गेहूं का शानदार उत्पादन होने की उम्मीद है।
