देश की चारों दिशाओं में मानसून की मूसलाधार बारिश जारी

30-Jul-2025 08:46 PM

नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिम मानसून फिलहाल भारत की चारों दिशाओं के साथ-साथ मध्यवर्ती भाग में भी पूरी तरह सक्रिय है और अगले दो-तीन दिनों तक विभिन्न राज्यों में भारी से लेकर अत्यन्त भारी बारिश होने की संभावना है।

मौसम विभाग के अनुसार मानसून की सक्रियता पूर्वोत्तर क्षेत्र के आसाम, मेघालय एवं मणिपुर, पूर्वी भारत के बिहार, झारखंड एवं उड़ीसा, मध्यवर्ती क्षेत्र के उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश, पश्चिमी संभाग के राजस्थान, पंजाब, हरियाणा एवं चंडीगढ़ तथा दक्षिणी प्रायद्वीप के केरल, कर्नाटक एवं तमिलनाडु में बरकरार है।

इसके आलावा तटीय आंध्र प्रदेश, रॉयल सीमा, तेलंगाना के कुछ भागों, जम्मू कश्मीर, गुजरात के कुछ इलाकों तथा हिमाचल प्रदेश में या तो बारिश होने वाली है या हो रही है। दिल्ली में भी वर्षा का दौर जारी है। 

मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों में अत्यन्त मूसलाधार वर्षा होने तथा खेतों में पानी भर जाने से हजारों एकड़ भूमि में खरीफ फसलें जल मग्न हो गई हैं।

यदि पानी की निकासी यथाशीघ्र नहीं हुई तो फसलों को गंभीर नुकसान हो सकता है। राजस्थान में इस वर्ष जून के अंतिम सप्ताह से ही जोरदार बारिश हो रही है।

इसी तरह उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश में मूसलाधार वर्षा के कारण गंगा, यमुना एवं चम्बल जैसी नदियों में उफान आ गया है और इससे कई इलाकों में भयंकर बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है।

खरीफ फसलों का क्षेत्रफल तो गत वर्ष से आगे चल रहा है मगर अतिवृष्टि वाले इलाकों में यदि मूसलाधार वर्षा का दौर जारी रहा तो खासकर दलहन-तिलहन फसलों को क्षति होने की आशंका बढ़ जाएगी।

अधिकांश क्षेत्रों में इसकी बिजाई समाप्त हो चुकी है और अब नवजात पौधों को अनुकूल मौसम की सख्त आवश्यकता है। अगस्त में भी मानसून काफी सक्रिय रहता है।

जिन क्षेत्रों में पानी पहले कम बरसा था वहां अब होने वाली वर्षा खरीफ फसलों के लिए लाभदायक साबित होगी। नदियों में आने वाली बाढ़ नुकसानदायक होती है।