मेथी कीमतों में मंदे की संभावना नहीं
31-Jul-2025 06:50 PM

नई दिल्ली। जानकार सूत्रों का कहना है कि मेथी की वर्तमान कीमतों में मंदे की संभावना नहीं है। उत्पादक केन्द्रों पर घटती आवक एवं लोकल मांग बढ़ने के कारण हाल ही में मेथी के दामों में 50/100 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई है। अभी भी बाजार में धारणा तेजी की बनी हुई है। सूत्रों का मानना है कि आगामी दिनों में मेथी के दामों में धीरे-धीरे 400/500 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी संभव है। वर्तमान में उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर एवरेज क्वालिटी मेथी के भाव 4700/5200 रुपए प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं।
हालांकि चालू सीजन के दौरान मेथी की पैदावार गत वर्ष की तुलना में मामूली अधिक रही लेकिन बकाया स्टॉक कम रह जाने के कारण कुल उपलब्धता कमजोर बनी हुई है। मेथी का मुख्यतः उत्पादन मध्य प्रदेश, गुजरात एवं राजस्थान में होता है जबकि नई फसल की आवक मार्च-अप्रैल माह में होती है।
आवक कम
कुल उत्पादन का अधिकांश माल मंडियों में आ जाने के कारण वर्तमान में मंडियों में आवक काफी कम रह गई है। प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश की नीमच मंडी में आवक 1400/1500 बोरी एवं जावरा मंडी में 800/1000 बोरी की रह गई। जबकि मंदसौर मंडी में आवक 400/500 बोरी चल रही। गुजरात की राजकोट मंडी में आवक 400/500 बोरी एवं राजस्थान की कोटा मंडी में आवक 200/300 बोरी की रह गई है।
मन्दा तेजी
व्यापारियों का मानना है कि विगत कुछ समय से निर्यात मांग का अभाव बना रहने के कारण कीमतों में स्थिरता बनी हुई थी लेकिन आगामी दिनों में निर्यात मांग निकलने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा लोकल ग्राहकी में सुधार देखा जाएगा। जिस कारण अगस्त-सितम्बर माह में मेथी के भाव 400/500 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ने की व्यापारिक धारणा है।
निर्यात
चालू वित्त वर्ष 2025-26 के प्रथम दो माह में मेथी का निर्यात मात्रात्मक 29 प्रतिशत बढ़ा है जबकि निर्यात से प्राप्त आय में 17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-मई 2025 में मेथी का निर्यात 10041.21 टन का रहा। और निर्यात से प्राप्त आय 69.69 करोड़ रुपए की रही। गत वर्ष अप्रैल-मई 2024 में मेथी का निर्यात 7765.27 टन का हुआ और निर्यात से प्राप्त आय 59.56 करोड़ रुपए की रही थी। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024-25 के दौरान मेथी का रिकॉर्ड निर्यात 44516 टन का रहा और निर्यात से प्राप्त आय 365.89 करोड़ की रही।