तेलंगाना में खरीफ फसलों के उत्पादन क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी
07-Aug-2025 01:25 PM

हैदराबाद। दक्षिण भारतीय राज्य- तेलंगाना में मानसून की लेट बारिश के सहारे खरीफ फसलों की बिजाई अब जोर पकड़ने लगी है। धान तथा कपास के अग्रणी उत्पादक राज्यों में शामिल तेलंगाना में इस वर्ष खरीफ फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र 6 अगस्त तक बढ़कर 91.53 लाख एकड़ पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 80.71 लाख एकड़ से 10.82 लाख एकड़ ज्यादा है।
राज्य कृषि विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल की तुलना में मौजूदा खरीफ सीजन के दौरान तेलंगाना में धान का उत्पादन क्षेत्र 22.35 लाख एकड़ से उछलकर 30.16 लाख एकड़,
मक्का का बिजाई क्षेत्र 3.98 लाख एकड़ से बढ़कर 5.53 लाख एकड़ पर पहुंचा जबकि ज्वार का रकबा 32 हजार एकड़ पर स्थिर रहा। इस तरह वहां धान एवं मोटे अनाजों का कुल क्षेत्रफल 26.65 लाख एकड़ से उछलकर इस बार 36 लाख एकड़ हो गया। राज्य में खरीफ फसलों और खासकर धान की खेती अभी जारी है।
तेलंगाना में दलहन फसलों का रकबा भी गत वर्ष के 4.95 लाख एकड़ से सुधरकर इस वर्ष 5.13 लाख एकड़ पर पहुंचा है। इसमें मुख्यतः तुवर का योगदान है जिसका बिजाई क्षेत्र 4.13 लाख एकड़ से बढ़कर 4.43 लाख एकड़ हो गया है।
दूसरी ओर मूंग का उत्पादन क्षेत्र 62 हजार एकड़ से घटकर 52 हजार एकड़ तथा उड़द का क्षेत्रफल 19 हजार एकड़ से गिरकर 17 हजार एकड़ रह गया है।
लेकिन राज्य में तिलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 3.80 लाख एकड़ से गिरकर इस बार 3.59 लाख एकड़ पर अटक गया है।
इसके तहत खासकर सोयाबीन का बिजाई क्षेत्र 3.68 लाख एकड़ से घटकर 3.56 लाख एकड़ रह गया है। इसके अलावा वहां मूंगफली के क्षेत्रफल में भी गिरावट आई है और अरंडी का रकबा काफी पीछे चल रहा है।
नकदी या औद्योगिक फसलों में इस बार तेलंगाना में कपास उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 43.71 लाख एकड़ पर पहुंच गया है जो पिछले साल के बिजाई क्षेत्र 41.37 लाख एकड़ से 2.34 लाख एकड़ ज्यादा है। वहां गन्ना के क्षेत्रफल में भी अच्छी बढ़ोत्तरी हुई है।
तेलंगाना के कुछ भागों में हाल के सप्ताहों के दौरान अच्छी बारिश हुई है जिससे किसानों को खरीफ फसलों की बिजाई की रफ्तार बढ़ाने का अवसर मिल रहा है लेकिन कुछ जिलों में अब भी वर्षा का अभाव महसूस किया जा रहा है। तेलंगाना केन्द्रीय पूल में धान-चावल का योगदान देने वाला एक अग्रणी राज्य है।