सस्कैचवान के विभिन्न भागों में दलहन फसलों की हालत में अंतर
09-Jul-2025 05:33 PM

सस्काटून। कनाडा के सबसे प्रमुख कृषि उत्पादक राज्य- सस्कैचवान को विभिन्न भागों में मसूर एवं मटर जैसे दलहन फसलों की हालत अलग-अलग देखी जा रही है।
एक विश्लेषक के अनुसार राज्य के कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा से तो कुछ अन्य इलाकों में बारिश की कमी से दलहन के प्रभावित होने की सूचना मिल रही है जबकि अन्य भागों में हालत सामान्य है। राज्य के अलग-अलग भागों में मसूर, मटर तथा काबुली चना की फसल भिन्न-भिन्न अवस्था में दिख रही है।
विश्लेषक के मुताबिक जिन क्षेत्रों में अत्यन्त भारी बारिश हुई है वहां निचले इलाकों में फसल पानी में डूब गई है या खेतों में पानी भरा हुआ है जबकि कुछ ऐसे क्षेत्र भी है जो भयंकर सूखे के संकट से जूझ रहे हैं।
खासकर राज्य के पश्चिमी भाग में दलहन फसलों को प्रतिकूल मौसम के साथ कठिन संघर्ष करना पड़ रहा है। प्रांतीय स्तर पर 60-70 प्रतिशत दलहन फसलों को अच्छी या उत्साहवर्धक स्थिति में आंका गया है जबकि शेष 30-40 प्रतिशत फसल की हालत सामान्य, कमजोर या बहुत खराब मानी जा रही है। इससे औसत उपज दर एवं कुल पैदावार पर असर पड़ सकता है।
सस्कैचवान प्रान्त के पश्चिमोत्तर एवं दक्षिण-पश्चिमी भाग में लम्बे समय से अच्छी बारिश नहीं होने के कारण सूखे का गंभीर संकट बना हुआ है। वहां नियत समय से कुछ पूर्व ही इसके पकने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
पौधों में दाने भी कम लगे हैं और उसके आकार छोटे रह सकते है। इससे क्वालिटी कमजोर रहने की संभावना है। हालांकि राज्य में हाल के सप्ताहों में मौसम काफी खराब देखा गया लेकिन इससे दलहन फसलों को ज्यादा नुकसान होने की आशंका नहीं है।
कुछ इलाकों में ओलावृष्टि हुई लेकिन उस समय पौधे वानस्पतिक अवस्था में थे इसलिए उसे अधिक क्षति नहीं हुई। लेकिन जहां हिमपात ज्यादा हुआ और पौधों में फूल तथा दाने लगने लगे थे वहां नुकसान हो सकता है।
दूसरी ओर कुछ क्षेत्रों में जून के अंतिम एवं जुलाई के आरंभिक दिनों में भारी वर्षा हुई जिससे फसल पर कीड़ों-रोगों का प्रकोप बढ़ने की आशंका है। सस्कैचवान में दलहन फसलों का बिजाई क्षेत्र तो कुछ बढ़ा है मगर उत्पादन में ज्यादा बढ़ोत्तरी होने में संदेह है।