भारत और पाकिस्तान की अच्छी मांग से इंडोनेशियाई पाम तेल का निर्यात बढ़ा
09-Jul-2025 08:10 PM

जकार्ता। चालू वर्ष के शुरूआती पांच महीनों में इंडोनेशियाई पाम तेल के निर्यात में दो अंकों की वृद्धि का सिलसिला जारी रहा। लेकिन शीर्ष खरीदार देशों की सूची में कोई बदलाव नहीं हुआ।
केन्द्रीय सांख्यिकी एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2025 के शुरूआती पांच महीनों (जनवरी-मई) में इंडोनेशिया से भारत एवं पाकिस्तान सहित अन्य खरीदार देशों को 890 अरब डॉलर मूल्य के क्रूड पाम तेल एवं इसके मूल्य संवर्धित उत्पादों का शिपमेंट किया गया जो वर्ष 2024 की समान अवधि के निर्यात से 27.90 प्रतिशत अधिक रहा। जनवरी-मई 2024 के दौरान इंडोनेशिया से 6.96 अरब डॉलर मूल्य के पाम तेल उत्पादों का निर्यात हुआ था।
मात्रा की दृष्टि में भी इस अवधि में पाम तेल के निर्यात में अच्छी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। जनवरी-मई 2025 के पांच महीनों में ऑस्ट्रेलिया से लगभग 83 लाख टन पाम तेल उत्पादों का निर्यात हुआ जो जनवरी-मई 2024 के निर्यात से 3.6 प्रतिशत अधिक रहा।
उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया दुनिया में पाम तेल का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। चालू वर्ष के आरंभिक पांच महीनों के दौरान इंडोनेशियाई पाम तेल उत्पादों का औसत इकाई निर्यात ऑफर मूल्य उछलकर 1076.17 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया जो पिछले साल के इन्हीं महीनों के निर्यात ऑफर मूल्य 870.99 डॉलर प्रति टन से 23.56 प्रतिशत अधिक रहा।
जनवरी-मई 2025 के दौरान पाकिस्तान, भारत और चीनी इंडोनेशियाई क्रूड पाम तेल (सीपीओ) के तीन शीर्ष खरीदार रहे। हालांकि आमतौर पर भारत इसका सबसे बढ़ा आयातक रहता है मगर चालू वर्ष के आरंभिक चार महीनों में यानी जनवरी-अप्रैल 2025 के दौरान यहां पाम तेल के आयात में भारी गिरावट आ गई।