ऑस्ट्रेलिया में दलहनों की जोरदार कटाई से बाजार में अनिश्चितता बढ़ी
23-Oct-2025 08:03 PM

ब्रिसबेन। ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख दलहन उत्पादक राज्यों में नई फसल की कटाई-तैयारी की गति तेज होती जा रही है लेकिन आयातक देशों की कमजोर मांग को देखते हुए बाजार भाव में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।
देश के उत्तरी भाग में फसल की हालत संतोषजनक है और इस क्षेत्र में चना तथा फाबा बीन्स की उपज दर सामान्य औसत से बेहतर होने के संकेत मिल रहे हैं। उधर दक्षिणी भाग में मसूर फसल की कटाई-तैयारी शुरू हो गई है जहां फसल की हालत मिश्रित बताई जा रही है।
लेकिन उपरोक्त तीनों दलहनों की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। मसूर में कनाडा की सख्त प्रतिस्पर्धा है, चना में भारत की मांग कमजोर है और फाबा बीन्स की खरीद में मिस्र के आयातक सीमित दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
कमजोर बाजार भाव को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया के दलहन उत्पादक अपने स्टॉक की बिक्री में ज्यादा जल्दबाजी नहीं दिखा रहे हैं। गत वर्ष की तुलना में इस बार मार्केट में कम माल आ रहा है।
इसके बजाए किसानों के लिए तत्काल बिक्री हेतु जौ, कैनोला एवं चारा ज्यादा आकर्षक विकल्प बना हुआ है क्योंकि इसका भाव अपेक्षाकृत कुछ ऊंचा है।
जहां तक देसी चना का सवाल है तो ब्रिसबेन बाजार में बल्क रूप में नवम्बर-दिसम्बर डिलीवरी के लिए इसका भाव फिलहाल 600 ऑस्ट्रेलिया डॉलर (Aus $) प्रति टन चल रहा है जो पिछले महीने से 30 डॉलर कम है।
चालू माह के अंत तक कई क्षेत्रों में चना फसल की कटाई की गति काफी तेज हो जाने की उम्मीद है। फसल की हालत अच्छी है और उपज दर में सुधार आने के आसार हैं।
लेकिन बाजार भाव स्थिर बना हुआ है और उत्पादक इससे खुश नहीं हैं। उत्पादक मंडियों में चना का दाम 500-510 डॉलर प्रति टन बताया जा रहा है जो गत वर्ष की तुलना में लगभग आधा है।
पिछले साल भारत की जोरदार मांग के कारण चना का भाव उछलकर काफी ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था। समीक्षकों के मुताबिक उत्पादक इस बार खेतों पर ही चना के विशाल स्टॉक का भंडारण कर सकते हैं। उन्हें आगामी समय में इसका भाव कुछ ऊंचा होने की उम्मीद है। इससे बिक्री का दबाव कुछ घट सकता है।