मूसलाधार वर्षा से तमिलनाडु में 16 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न
23-Oct-2025 08:31 PM

कोयम्बटूर। देश के सुदूर दक्षिणी राज्य- तमिलनाडु में उत्तर पूर्व मानसून की जोरदार बारिश होने से करीब 16 हजार हेक्टेयर में कृषि भूमि जलमग्न हो गई है जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
राज्य के एक मंत्री ने कहा है कि जहां कहीं फसल को 33 प्रतिशत से अधिक क्षति हुई है वहां किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। तमिलनाडु में खासकर खरीफ कालीन धान की कटाई-जोर शोर से हो रही है और सरकारी क्रय केन्द्रों पर इसकी भारी आवक तथा खरीद भी हो रही है।
पिछली सरकार के शासन काल में धान की बोरियों को खुली जगह पर छोड़ी दिया जाता था लेकिन इस बार सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि खरीदे गए धान के सम्पूर्ण स्टॉक का भंडारण उपयुक्त ढंग से हो।
मौजूदा सरकार द्वारा किसानों से काफी अधिक मात्रा में धान खरीदा गया है और किसानों को सहयोग-समर्थन देने के लिए अतिरिक्त भंडारण सुविधाओं का विकास-विस्तार किया जा रहा है।
पिछले साढ़े चार साल के दौरान सरकार ने धान की खरीद प्रक्रिया को मजबूत, पारदर्शी एवं गतिशील बनाने के लिए अनेक कदम उठाए है। पहले केवल 600-700 गांठ बोरियों की खरीद होती थी मगर अब इसकी संख्या 1000 गांठ तक बढ़ा दी गई है।
दो-तीन जिलों में धान की खरीद पूरी हो चुकी है जबकि अन्य जिलों में भी यह अंतिम चरण में पहुंच गई है। धान का सुरक्षित भंडारण किया जा रहा है।