निर्यात में वृद्धि के बावजूद मलेशिया में पाम तेल का स्टॉक बढ़ा
22-Oct-2025 03:43 PM

कुआलालम्पुर। अगस्त की तुलना में सितम्बर 2025 के दौरान मलेशिया से पाम तेल उत्पादों का कुल निर्यात 1.02 लाख टन या 7.7 प्रतिशत बढ़कर 14.20 लाख टन पर पहुंच गया। इस अवधि में केवल यूरोपीय संघ एवं एशिया प्रशांत को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्रों में बेहतर निर्यात हुआ।
सबसे ज्यादा सुधार दक्षिण एशिया के शिपमेंट में देखा गया जहां खासकर भारत में मलेशियाई पाम तेल का निर्यात उछलकर 3.12 लाख टन पर पहुंच गया जो गत 11 महीनों का सबसे ऊंचा स्तर रहा।
इसके अलावा अफ्रीका के उप सहारा क्षेत्र, उत्तरी भाग, मध्य पूर्व एशिया, उत्तरी एवं दक्षिणी अमरीका महाद्वीप तथा एशिया के मध्यवर्ती क्षेत्र में भी पाम तेल के निर्यात में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
लेकिन बेहतर निर्यात प्रदर्शन के बावजूद मलेशिया में पाम तेल उत्पादों का बकाया अधिशेष स्टॉक सितम्बर के अंत में उछलकर 23.60 लाख टन पर पहुंच गया जो पिछले 22 महीनों का सबसे ऊंचा स्तर है हालांकि वहां उत्पादन का पीक सीजन समाप्त होता जा रहा है लेकिन फिर भी बकाया स्टॉक में वृद्धि हो रही है।
दरअसल में पाम तेल की घरेलू खपत अब नरम पड़कर 3.00-3.50 लाख टन के सामान्य स्तर पर आ गई है जो अगस्त में उछलकर 4.99 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच गई थी। इसके अलावा वहां विदेशों से पाम तेल का आयात भी करीब 34 प्रतिशत या 20 हजार टन बढ़ गया।
मलेशियन पाम ऑयल कौंसिल (एम्पोक) के अनुसार वैश्विक बाजार में पाम तेल का भाव एक बार फिर सोयाबीन तेल के दाम से ऊपर पहुंच गया है।
मध्य अक्टूबर में सोया तेल के मुकाबले पाम तेल का भाव यूरोप के लिए 42 डॉलर प्रति टन तथा भारत के लिए 26 डॉलर प्रति टन ऊंचा चल रहा था जिससे इसका निर्यात प्रदर्शन प्रभावित होने की आशंका है। अप्रैल से सितम्बर के दौरान कुछ समय तक पाम तेल का मूल्य सोया तेल से नीचे आया था।