गेहूं के सरकारी उत्पादन अनुमान से उद्योग- व्यापार क्षेत्र सहमत नहीं
13-Mar-2025 11:24 AM

नई दिल्ली। केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में 2024-25 के मौजूदा रबी सीजन में गेहूं का कुल घरेलू उत्पादन तेजी से उछलकर 1154.30 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच जाने की संभावना व्यक्त की है
जो नियत लक्ष्य 1150 लाख टन तथा 2023-24 सीजन के अंतिम समीक्षित उत्पादन 1132.90 लाख टन से काफी अधिक है लेकिन उद्योग-व्यापार क्षेत्र इस आंकड़े से सहमत नहीं है।
हालांकि रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से करवाए गए एक सर्वेक्षण के तहत चालू वर्ष के दौरान लगभग 1100 लाख टन गेहूं के घरेलू उत्पादन का अनुमान व्यक्त किया गया
जबकि उद्योग-व्यापार समीक्षकों का मानना है कि गेहूं का वास्तविक उत्पादन 1040 से 1060 लाख टन के बीच ही हो सकता है।
सरकारी आंकड़ा इससे बहुत ऊंचा है। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने जब 2023-24 के सीजन में 1132.90 लाख टन गेहूं के रिकॉर्ड उत्पादन का अनुमान लगाया था तब भी उद्योग- व्यापार क्षेत्र उससे सहमत नहीं था।
घरेलू बाजार में आपूर्ति एवं उपलब्धता की जटिल स्थिति तथा अत्यन्त ऊंची कीमतों को देखते हुए उद्योग-व्यापार क्षेत्र की आशंका सही साबित हुई और इस बार भी उसका अनुमान ही काफी हद तक व्यावहारिक प्रतीत होता है। फेडरेशन ने गत वर्ष 1050 लाख टन के उत्पादन का अनुमान लगाया था।
उत्तरी भारत के फ्लोर मिलर का कहना है कि 2024-25 के रबी सीजन हेतु गेहूं उत्पादन के लिए फेडरेशन तथा कृषि मंत्रालय के अनुमान को स्वीकार करना कठिन है।
यदि सरकारी अनुमान के मुताबिक वर्ष 2024 में 1132.50 लाख टन गेहूं का घरेलू उत्पादन हुआ तो इसका स्टॉक कहा गया।
न तो सरकारी खरीद में ज्यादा बढ़ोत्तरी हुई और न ही देश से गेहूं या इसके उत्पादों का निर्यात हुआ। किसानों तथा व्यापारियों के पास भी गेहूं का अत्यन्त सीमित स्टॉक रहा। इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति जटिल बनी रही।
इससे पूर्व केन्द्र सरकार ने वर्ष 2023 में गेहूं का घरेलू उत्पादन 1105.50 लाख टन आंका था जबकि उद्योग-व्यापार क्षेत्र इससे पूरी तरह असहमत था उसका मानना था कि वास्तविक उत्पादन 1000 लाख टन से ज्यादा नहीं हुआ। वर्ष 2024 में भी उत्पादन इसके आसपास ही रहने का अनुमान लगाया गया।
मिलर्स के मुताबिक पिछले अनुभवों को देखते हुए कृषि मंत्रालय से गेहूं के उत्पादन का सटीक एवं व्यावहारिक अनुमान लगाए जाने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका।