भारतीय बंदरगाहों पर 13.11 लाख टन से अधिक मटर, मसूर एवं चना का स्टॉक

13-Mar-2025 12:41 PM

मुम्बई । विभिन्न स्रोतों से प्राप्त जानकारी एवं आंकड़ों से पता चलता है कि 10 मार्च 2025 को भारतीय बंदरगाहों पर 6,98,290 टन पीली, 1,86,434 टन लाल मसूर एवं 4,26,809 टन देसी चना का स्टॉक मौजूद था

और इस बार इन तीनों दलहनों का संयुक्त स्टॉक 13,11,532 टन रहा। भारत में मुख्यत: कनाडा एवं रूस से पीली मटर, कनाडा एवं ऑस्ट्रेलिया से लाल मसूर तथा आसट्रेलिया एवं तंजानिया से चना का आयात होता है। 

प्राप्त आंकड़ों के अनुसार दलहन आयात के एक महत्वपूर्ण बंदरगाह- गुजरात के मूंदड़ा पोर्ट पर 10 मार्च को इन तीनों दलहनों का कुल स्टॉक 5,01,082 टन उपलब्ध था। इसमें 2,21,011 टन पीली मटर, 40,177 टन लाल मसूर एवं 2,39,894 टन देसी चना की मात्रा शामिल थी। 

गुजरात के ही एक अन्य प्रमुख बंदरगाह- कांडला पोर्ट पर 3,36,585 टन पीली मटर, 1,25,062 टन लाल मसूर एवं 1,86,914 टन देसी चना के साथ कुल 6,48,561 टन दलहनों का स्टॉक मौजूद था

जबकि हजीरा बंदरगाह पर 1,40,695 टन पीली मटर तथा 21,195 टन लाल मसूर सहित 1,61,889 टन दलहन का स्टॉक उपलब्ध था। इस तरह देश में इन तीन बंदरगाह पर आयातित दलहनों का अच्छा खासा स्टॉक मौजूद है।

इस बीच सरकार ने पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की समय सीमा को 31, मई 2025 तक बढ़ा दिया है। समझा जाता है कि मसूर का आयात भी 31 मार्च 2025 की नियत समय सीमा के बाद जारी रहेगा

लेकिन इस पर कुछ सीमा शुल्क लगा सकता है। देसी चना के शुल्क मुक्त आयात की अवधि 31 मार्च 2025 को समाप्त हो जाएगी। 

उपरोक्त दलहनों के अलावा भारत में उड़द एवं तुवर का भी भारी मात्रा में आयात किया जाता है। तुवर का आयात मुख्यत: म्यांमार एवं अफ्रीकी देशों से तथा उड़द का आयात म्यांमार एवं ब्राजील से होता है।