अक्टूबर के आरंभ 676 लाख टन से अधिक खाद्यान्न का स्टॉक मौजूद
14-Oct-2025 08:54 PM

नई दिल्ली। केन्द्रीय पूल में 1 अक्टूबर 2025 को कुल 676.43 लाख टन खाद्यान्न स्टॉक मौजूद था जो 1 सितम्बर 2025 को उपलब्ध स्टॉक 702.03 लाख टन से 25.60 लाख टन कम लेकिन 1 अक्टूबर 2024 के स्टॉक 548.42 लाख टन से 128.01 लाख टन ज्यादा है।
सितम्बर की तुलना में अक्टूबर के आरंभ में चावल का स्टॉक 369.06 लाख टन से घटकर 356.10 लाख टन तथा गेहूं का स्टॉक 332.97 लाख टन से गिरकर 320.33 लाख टन पर आ गया।
इसके अलावा धान का स्टॉक भी 169.02 लाख टन घटकर 139.22 लाख टन और मोटे अनाजों का स्टॉक 4.31 लाख टन से गिरकर 3.18 लाख टन रह गया।
केन्द्रीय पूल में चावल का विशाल स्टॉक मौजूद है जबकि आगामी महीनों के दौरान इसमें लगातार तेजी से बढ़ोत्तरी होती जाएगी क्योंकि खरीफ कालीन धान के नए माल की आवक तथा सरकारी खरीद आरंभ हो चुकी है।
इस बार धान के रकबे में बढ़ोत्तरी हुई है और फसल की हालत भी कुल मिलाकर संतोषजनक है। अगर इस विशाल स्टॉक की निकासी जल्दी से जल्दी नहीं हुई तो चावल के नए माल के भंडारण में भारी कठिनाई उत्पन्न हो सकती है।
जहां तक गेहूं का सवाल है तो फिलहाल इसका पर्याप्त सरकारी स्टॉक मौजूद है मगर इसके नए माल की आवक कम से कम छह माह दूर है। गेहूं की बिजाई जल्दी ही शुरू होने वाली है और नई फसल की कटाई-तैयारी मार्च-अप्रैल में आरंभ होगी।
इस बीच घरेलू मांग एवं जरूरत को मौजूदा स्टॉक से ही पूरा करना पड़ेगा। गेहूं पर भंडारण सीमा लागू है और इसका बाजार भाव काफी हद तक स्थिर बना हुआ है। इससे सरकार को खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत अपने स्टॉक से मिलर्स-प्रोसेसर्स को गेहूं बेचने की जरूरत महसूस नहीं हो रही है।