वर्ष 2030 तक 40 प्रतिशत एफएमसीजी की खपत ऑनलाइन चैनल से संभव

26-Aug-2025 04:43 PM

मुम्बई। एक अध्ययन सर्वेक्षण रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि भारत में तेजी से बढ़ते उपभोक्ता उत्पाद (एफएमसीजी) उद्योग के सामानों का कारोबार ऑनलाइन चैनल के जरिए तेजी से बढ़ रहा है और अगले पांच साल में यानी वर्ष 2030 तक यह 40 प्रतिशत तक पहुंच सकता है।

इसके तहत खासकर शहरी क्षेत्रों में ऑनलाइन चैनल के माध्यम से एफएमसीजी उत्पादों को मंगाने वाले ग्राहकों-उपभोक्ताओं की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इसके साथ-साथ ग्रामीण एवं कस्बाई इलाकों में भी सामानों का ऑनलाइन कारोबार बढ़ने के आसार हैं। 

रिपोर्ट के मुताबिक उपभोक्ता अब खर्च के बजाए सुविधा पर ज्यादा ध्यान देने लगे हैं और इसलिए ऑनलाइन तरीके से माल मंगाने को प्राथमिकता दे रहे हैं। दैनिक उपयोग की आवश्यकता वस्तुओं की खरीदारी इस चैनल के माध्यम से जोर पकड़ती जा रही है।

वर्तमान समय में त्वरित कॉमर्स प्लेटफार्म के माध्यम से एफएमसीजी कंपनियों के सकल ई-कॉमर्स राजस्व का करीब 35 प्रतिशत भाग प्राप्त होता है जिससे ऑनलाइन बिक्री की तरफ उपभोक्ताओं के बढ़ते रुझान और आकर्षण का स्पष्ट संकेत मिलता है। अधिकांश कंपनियां इस तरीके को अपनाने पर ध्यान दे रही हैं। 

भारत में एफएमसीजी कंपनियों में मध्यम वर्ग 31 प्रतिशत और इसकी संख्या अमरीका की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है। वर्ष 2031 तक भारत में मध्यम वर्ग की संख्या 38 प्रतिशत और वर्ष 2047 तक उछलकर 60 प्रतिशत पर पहुंच जाने का अनुमान है। इससे एफएमसीजी कंपनियों के उत्पादों का ऑनलाइन कारोबार नियमित तौर पर तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।