गुजरात में 81.03 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बिजाई पूरी

26-Aug-2025 06:24 PM

अहमदाबाद। देश के पश्चिमी प्रान्त- गुजरात में खरीफ फसलों की बिजाई अंतिम चरण में पहुंच गई है जबकि अत्यन्त मूसलाधार बारिश तथा कई इलाकों में आई बाढ़ से फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका है।

राज्य कृषि विभाग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार गुजरात में 25 अगस्त तक खरीफ फसलों का उत्पादन क्षेत्र 81.03 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो गत वर्ष की इसी अवधि के बिजाई क्षेत्र 81.41 लाख हेक्टेयर से 38 हजार हेक्टेयर कम है। 

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले साल की तुलना में मौजूदा खरीफ सीजन के दौरान गुजरात में धान का उत्पादन क्षेत्र 8.82 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 8.92 लाख हेक्टेयर तथा बाजार का बिजाई क्षेत्र 1.66 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 1.71 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा मगर ज्वार का क्षेत्रफल 19 हजार हेक्टेयर से घटकर 8 हजार हेक्टेयर तथा मक्का का रकबा

2.85 लाख हेक्टेयर से गिरकर 2.76 लाख हेक्टेयर रह जाने से धान सहित अनाजी फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र 13.67 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 13.57 लाख हेक्टेयर पर अटक गया। आगामी फसलों की खेती लगभग पूरी हो चुकी है। 

दलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 3.79 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस बार 4.14 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा है। इसके तहत अरहर (तुवर) की बिजाई क्षेत्र 2.24 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.71 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया मगर

मूंग का क्षेत्रफल 55 हजार हेक्टेयर से गिरकर 48 हजार हेक्टेयर तथा उड़द का रकबा 83 हजार हेक्टेयर से घटकर 77 हजार हेक्टेयर पर अटक गया। 

तिलहन फसलों की बिजाई में 3.16 लाख हेक्टेयर से अधिक की बढ़ोत्तरी हुई है और इसका उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 27.30 लाख हेक्टेयर से उछलकर 21.89 लाख हेक्टेयर तथा अरंडी का बिजाई क्षेत्र 4.70 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 5.39 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया

मगर दूसरी ओर तिल का रकबा 49 हजार हेक्टेयर से गिरकर 40 हजार हेक्टेयर तथा सोयाबीन का क्षेत्रफल 3.00 लाख हेक्टेयर से घटकर 2.77 लाख हेक्टेयर रह गया।

इसके अलावा गुजरात में कपास का उत्पादन क्षेत्र 23.61 लाख हेक्टेयर से घटकर इस बार 20.72 लाख हेक्टेयर तथा ग्वार का रकबा 80 हजार हेक्टेयर से गिरकर 72 हजार हेक्टेयर पर अटक गया।