तंजानिया बना अफ्रीका का सबसे प्रमुख दलहन निर्यातक देश
22-Jul-2025 05:25 PM

दारेस्सलाम। अफ्रीकी देश- तंजानिया में हाल के वर्षों में अरहर (तुवर) एवं चना के उत्पादन में भारी वृद्धि है जिससे उसे इसका निर्यात बढ़ाने का अच्छा अवसर मिल रहा है।
पूर्वी अफ्रीका में अवस्थित तंजानिया में दलहनों का निर्यात ऑफर मूल्य भी प्रतिस्पर्धी स्तर पर रहता है जिससे वैश्विक बाजार और खासकर भारत में इसकी मांग मजबूत रहती है। अफ्रीका के अनेक देशों में दलहनों का उत्पादन बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें मोजाम्बिक, मलावी, सूडान, केन्या एवं युगांडा आदि शामिल है।
तंजानिया से वर्ष 2023 में कुल 4,47,943 टन दलहनों का निर्यात हुआ था जो वर्ष 2024 में बढ़कर 5,90,399 टन पर पहुंच गया। इसके साथ ही दलहनों के निर्यात में तंजानिया अफ्रीका महाद्वीप सबसे प्रमुख तथा संसार में आठवां सबसे बड़ा देश बन गया। कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, रूस, म्यांमार, अमरीका, तुर्की एवं भारत जैसे देश दलहनों के निर्यात में तंजानिया से आगे रहे।
तंजानिया के बाद मिस्र अफ्रीका महाद्वीप में दलहनों का दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक रहा जहां से इसका कुल शिपमेंट बढ़कर 4,11,365 टन पर पहुंचा। इसके बाद मोजाम्बिक से 2,62,739 टन, इथोपिया से 1,83,569 टन तथा सूडान से 1,63,723 टन दलहनों का निर्यात हुआ।
लेकिन दिलचस्प तथ्य यह है कि वर्ष 2024 में तंजानिया से निर्यात हुए दलहनों का मूल्य 37.69 करोड़ डॉलर तक ही पहुंच सका जबकि मिस्र को इससे ज्यादा 49.14 करोड़ डॉलर की आमदनी प्राप्त हुई।
इस तरह मात्रा कम होने के बावजूद मिस्र से दलहनों की निर्यात आय में तंजानिया के मुकाबले 10 करोड़ डॉलर से अधिक की बढ़ोत्तरी हो गई। मिश्र पिछले दो वर्षों से दलहनों के निर्यात में तंजानिया का सबसे प्रबल प्रतिद्वंदी बना हुआ है। तंजानिया में उत्पादन तेजी से बढ़ रहा है।