पंजाब में धान का उत्पादन गत वर्ष से बेहतर होने का अनुमान

22-Jul-2025 03:41 PM

चंडीगढ़। केन्द्रीय पूल में खाद्यान्न का सर्वाधिक योगदान देने वाले राज्य- पंजाब में चालू खरीफ सीजन के दौरान धान का उत्पादन बढ़कर 185 लाख टन के शीर्ष स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान है जो पिछले साल के उत्पादन 182 लाख टन से 3 लाख टन ज्यादा है।

वहां धान का क्षेत्रफल 31 लाख हेक्टेयर पर पहुंच चुका है जबकि कहीं-कहीं रोपाई अभी जारी है। मौसम एवं मानसून की हालत अनुकूल रहने से किसान उत्साहित हैं और कृषि विशेषज्ञ राज्य में एक बार फिर धान का बम्पर उत्पादन होने का अनुमान लगा रहे हैं। 

कृषि निदेशालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पंजाब में 18 जुलाई तक 30.94 लाख हेक्टेयर में धान की खेती हुई जिसमें 25.19 लाख हेक्टेयर में सामान्य श्रेणी तथा 5.75 लाख हेक्टेयर में प्रीमियम क्वालिटी के बासमती धान की रोपाई शामिल थी। पंजाब के कृषि निदेशक का कहना है

कि धान की रोपाई इस बार सही समय पर पूरी हो जाने की उम्मीद है क्योंकि राज्य में मानसून की पर्याप्त वर्षा हुई है और तापमान भी बेहद अनुकूल है। आदर्श मौसम में किसानों को इस सबसे प्रमुख खाद्यान्न की खेती करने में कोई कठिनाई नहीं हुई।

इस वर्ष पंजाब में धान की रोपाई कुछ पहले शुरू हो गई थी। पंजाब में अभी 50-60 हजार हेक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र में धान की खेती होने की संभावना है जिससे इसका कुल क्षेत्रफल 31.50 लाख हेक्टेयर तक पहुंच सकता है।

राज्य में आमतौर पर 30 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की खेती होती रही है। धान का रकबा बढ़ने से कपास एवं मक्का सहित अन्य खरीफ फसलों का बिजाई क्षेत्र सीमित हो जाता है और उसके उत्पादन में वृद्धि नहीं हो पाती है।