प्रमुख उत्पादक राज्यों में तुवर की बिजाई गत वर्ष से पीछे
22-Jul-2025 08:42 PM

नई दिल्ली। खरीफ सीजन की सबसे प्रमुख दलहन फसल- अरहर (तुवर) की बिजाई इस बार प्रमुख उत्पादक राज्यों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी गत वर्ष से पीछे चल रही है।
कृषि मंत्रालय के अनुसार तुवर का उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 31.70 लाख हेक्टेयर से घटकर इस बार 30.09 लाख हेक्टेयर रह गया है जो सामान्य औसत क्षेत्रफल से करीब 15 लाख हेक्टेयर पीछे है। तुवर की बिजाई फिलहाल जारी है इसलिए रकबे में आगे सुधार होने की उम्मीद है।
केन्द्र सरकार ने अरहर का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2024-25 सीजन के 7550 रुपए प्रति क्विंटल से 450 रुपए बढ़ाकर 2025-26 सीजन के लिए 8000 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है लेकिन फिर भी इसकी खेती के प्रति किसान ज्यादा उत्साहित नहीं दिख रहे हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले साल के मुकाबले चालू खरीफ सीजन के दौरान तुवर का उत्पादन क्षेत्र कर्नाटक में 13.35 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 11.35 लाख हेक्टेयर (11 जुलाई तक) तथा महाराष्ट्र में 11.07 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 10.98 लाख हेक्टेयर (14 जुलाई तक) रह गया।
गुजरात में क्षेत्रफल 1.70 लाख हेक्टेयर से घटकर 1.16 लाख हेक्टेयर तथा आंध्र प्रदेश में 63 हजार हेक्टेयर से फिसलकर 44 हजार हेक्टेयर पर आ गया लेकिन तेलंगाना में तुवर का रकबा 3.14 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 3.43 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
इस तरह उपरोक्त राज्यों में अरहर का कुल उत्पादन क्षेत्र 29.89 लाख हेक्टेयर से 2.53 लाख हेक्टेयर घटकर 27.36 लाख हेक्टेयर पर अटक गया। राष्ट्रीय स्तर के उत्पादन क्षेत्र में उपरोक्त राज्यों के अलावा मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान एवं उड़ीसा सहित अन्य प्रांत का बिजाई क्षेत्र भी शामिल है।