राजस्थान में खरीफ फसलों का क्षेत्रफल 142 लाख हेक्टेयर के करीब पहुंचा

22-Jul-2025 04:28 PM

जयपुर। देश के पश्चिमी प्रान्त- राजस्थान में इस वर्ष मानसून के जल्दी पहुंचने तथा भरपूर बारिश होने से खरीफ फसलों की बिजाई की गति काफी तेज रही और 21 जुलाई 2025 तक इसका कुल क्षेत्रफल बढ़कर 141.96 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल की समान अवधि के उत्पादन क्षेत्र 118.99 लाख हेक्टेयर से लगभग 23 लाख हेक्टेयर (अधिक है)

गत वर्ष की तुलना में इस बार राजस्थान में धान, ग्वार, बाजरा, मक्का, मूंग, मोठ, उड़द, चौला, तुवर, तिल, मूंगफली, अरंडी कपास एवं ग्वार के उत्पादन क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन सोयाबीन तथा गन्ना का रकबा घट गया है। 

राज्य कृषि विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले के अनुसार पिछले साल के मुकाबले वर्तमान खरीफ सीजन के दौरान राजस्थान में धान एवं मोटे अनाजों का उत्पादन क्षेत्र 48.57 लाख हेक्टेयर से उछलकर 58.99 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।

इसके तहत धान का उत्पादन क्षेत्र 2.22 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 2.76 लाख हेक्टेयर, ज्वार का रकबा 5.75 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 6.18 लाख हेक्टेयर, बाजरा का बिजाई क्षेत्र 31.57 लाख हेक्टेयर से उछलकर 40.68 लाख हेक्टेयर तथा मक्का का क्षेत्रफल 9.01 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 9.34 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। 

इसी तरह दलहनों का सकल उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 25.90 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस बार 33.68  लाख हेक्टेयर हो गया। इसके तहत मूंग का बिजाई क्षेत्र 17.61 लाख हेक्टेयर से उछलकर 22.05 लाख हेक्टेयर,

सोंठ का क्षेत्रफल 5.01 लाख हेक्टेयर से उछलकर 8.10 लाख हेक्टेयर, उड़द का रकबा 2.75 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 2.83 लाख हेक्टेयर, चौला का क्षेत्रफल 51 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 58 हजार हेक्टेयर तथा तुवर का रकबा 3 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 13 हजार हेक्टेयर पर पहुंचा। 

तिलहन फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र 19.77 लाख हेक्टेयर से सुधरकर इस बार 20.52 लाख हेक्टेयर  हो गया। इसके तहत मूंगफली का बिजाई क्षेत्र 7.43 लाख हेक्टेयर से उछलकर 9.15 लाख हेक्टेयर,

तिल का क्षेत्रफल 1.45 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 1.62 लाख हेक्टेयर तथा अरंडी का रकबा 8 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 19 हजार हेक्टेयर पर पहुंचा लेकिन सोयाबीन का उत्पादन क्षेत्र 10.81 लाख हेक्टेयर घटकर 9.55 लाख हेक्टेयर पर अटक गया। 

नकदी या औद्योगिक फसलों में कपास का उत्पादन क्षेत्र 4.96 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 6.26 लाख हेक्टेयर तथा ग्वार का बिजाई क्षेत्र 16.96 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 19.53 लाख हेक्टेयर हो गया

मगर गन्ना का रकबा 5 हजार हेक्टेयर से गिरकर 4 हजार हेक्टेयर से भी नीचे रह गया। उल्लेखनीय है कि देश में राजस्थान मूंग, बाजरा एवं ग्वार का सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त है जबकि मूंगफली एवं अरंडी के उत्पादन में दूसरे तथा सोयाबीन के उत्पादन में तीसरे नंबर पर रहता है।