जीरा, सौंफ उत्पादन अधिक- धनिया, मेथी का उत्पादन कम

04-Mar-2024 07:05 PM

नई दिल्ली । हाल ही में फेडरेशन ऑफ इंडिया स्पाइस होल्डर (फिस्स) द्वारा अहमदाबाद में आयोजित स्पाइस मीट में चालू सीजन के दौरान जीरा, सौंफ का उत्पादन गत वर्ष की तुलना में अधिक होने के आंकड़े प्रस्तुत किए गए है जबकि धनिया एवं मेथी का उत्पादन गत वर्ष की तुलना में कम रहने के अनुमान व्यक्त किए गए हैं। 
फिस्स का मानना है कि चालू सीजन के लिए प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं गुजरात में मेथी की बिजाई 1.28 हजार हेक्टेयर पर की गई जबकि गत वर्ष बिजाई का क्षेत्रफल 1.31 लाख हेक्टेयर का रहा था। कमजोर बिजाई एवं प्रतिकूल मौसम के चलते इस वर्ष मेथी का उत्पादन लगभग 16.60 लाख क्विंटल के अनुमान लगाए गए हैं जबकि गत वर्ष उत्पादन 17.47 लाख क्विंटल का रहा था। 
धनिया 
प्रमुख उत्पादक राज्य मध्य प्रदेश, गुजरात एवं राजस्थान में इस वर्ष धनिया की बिजाई 3.64 लाख हेक्टेयर पर की गई है जबकि गत वर्ष बिजाई 4.95 लाख हेक्टेयर पर की गई थी। कमजोर बिजाई के कारण इस वर्ष धनिया उत्पादन 1.16 करोड़ बोरी (प्रत्येक बोरी 40 किलो) होने के अनुमान लगाए गए हैं जबकि गत वर्ष उत्पादन 1.62 करोड़ बोरी का रहा था। बिजाई घटने का प्रमुख कारण गत सीजन में किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य न मिलना माना जा रहा है।
सौंफ 
गत सीजन में सौंफ की ऊंची कीमतें होने के कारण इस वर्ष सौंफ की बिजाई बढ़ी है। गत वर्ष गुजरात, राजस्थान एवं क्षेत्रों में सौंफ की बिजाई लगभग 90/91 हजार हेक्टेयर पर की गई थी जोकि इस वर्ष 1.97 लाख हेक्टेयर की हो गई। बिजाई दोगुनी होने के कारण इस वर्ष सौंफ का उत्पादन 38.50 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी 55 किलो) होने की संभावना है जबकि गत वर्ष उत्पादन 20.20 लाख बोरी का रहा था। 
जीरा 
गत सीजन में जीरा कीमतों में रिकॉर्ड तेजी आने के कारण प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात एवं राजस्थान में जीरे की बिजाई गत वर्ष 7.73 लाख हेक्टेयर के मुकाबले इस वर्ष 12.64 लाख हेक्टेयर पर बिजाई की गई। अधिक बिजाई एवं बिजाई के पश्चात गुजरात में मौसम भी अच्छा होने के कारण गुजरात में जीरा उत्पादन लगभग 46 लाख बोरी माना जा रहा है जबकि गत वर्ष उत्पादन 23/23.50 लाख बोरी उत्पादन रहा था। राजस्थान में जीरा उत्पादन गत वर्ष के 37 लाख बोरी के मुकाबले 56.80 लाख बोरी के आंकड़े पेश किए हैं। लेकिन हाल ही में राजस्थान में हुई बारिश से जीरा को 10/15 प्रतिशत नुकसान की संभावना बन गई है। जिस कारण से उत्पादन राजस्थान में कुछ घट सकता है। कुल मिलाकर जीरा उत्पादन गत वर्ष के 60.56 लाख बोरी से अधिक रहेगा। और उत्पादन 1 करोड़ बोरी के आसपास रहने की संभावना है।