चावल के विशाल स्टॉक की बिक्री हेतु खाद्य निगम पूरी तरह सक्रिय

23-Oct-2025 11:47 AM

नई दिल्ली। केन्द्रीय पूल में चावल का विशाल बकाया स्टॉक मौजूद है जबकि खरीफ कालीन धान की सरकारी खरीद पहले ही आरंभ हो चुकी है इससे आगामी समय में चावल का स्टॉक निरन्तर बढ़ता जाएगा।

इसके फलस्वरूप भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) को भंडारण की चिंता सता  रही है और उसने चावल की बिक्री (निकासी) की गति तेज करने के लिए जोरदार प्रयास आरंभ कर दिया है।

इसके तहत दिल्ली में 14 नवम्बर से आयोजित वार्षिक व्यापार मेला में सेला सहित सर्वोत्तम क्वालिटी का चावल सीधे उपभोक्ताओं (ग्राहकों) को बेचने का प्लान बनाया गया है। इससे भविष्य में चावल की खुदरा बिक्री की योजना बनाने में सहायता मिलेगी और ग्राहकों का रुख भी सामने आ सकेगा 

इसके अलावा खाद्य निगम द्वारा केन्द्रीय पूल से चावल की बिक्री बढ़ाने की एक और योजना बनाई गई है जिसके तहत व्यापारियों को उसके निकटतम डिपो से सीधे टेंडर के जरिए बल्क में (कम से कम 10 हजार टन) चावल खरीदने की अनुमति दी जाएगी इससे खरीदारों को परिवहन खर्च से राहत मिलेगी।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बल्क बिक्री के अंतर्गत 4.60 लाख टन चावल के लिए पहला टेंडर 17 अक्टूबर को जारी किया गया था जिसमें चावल का रिजर्व मूल्य 2800 रुपए प्रति क्विंटल नियत हुआ था। 22 अक्टूबर को इसे खोला गया।

ध्यान देने की बात है कि खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत प्रत्येक बीडर को 1 टन से लेकर 7000 टन तक चावल खरीदने की अनुमति दी गई है जबकि बल्क बिक्री में चावल की खरीद को असीमित रखा गया है जिससे खरीदारों को विशाल मात्रा में इसकी खरीद का अवसर मिल सकता है।

ई-नीलामी में प्रत्येक बिडर कम से कम 10 हजार टन तथा अधिक से अधिक 50 हजार टन चावल की खरीद के लिए बिड दे सकता है इससे खाद्य निगम को चावल के अपने विशाल स्टॉक को घटाने में सहायता मिलेगी।