यूक्रेन में शुष्क मौसम के कारण सूरजमुखी के उत्पादन में भारी गिरावट का अनुमान

05-Aug-2025 06:05 PM

कीव। काला सागर क्षेत्र में अवस्थित रूस के पड़ोसी देश- यूक्रेन में ओडेसा प्रान्त के दक्षिणी भाग में सूरजमुखी की नई फसल की कटाई-तैयारी आरंभ हो गई है और इसकी आरंभिक उपज दर 2.20 टन प्रति हेक्टेयर दर्ज की गई जो गत वर्ष के 1.70 टन प्रति हेक्टेयर से काफी ऊंची है।

लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर लम्बे समय तक मौसम शुष्क रहने से व्यापार विश्लेषकों ने वहां सूरजमुखी का उत्पादन अनुमान 141 लाख टन से घटाकर अब 136 लाख टन निर्धारित कर दिया है। अगले दो सप्ताहों के दौरान यूक्रेन में मौसम नरम रहने तथा कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है। 

आपूर्ति की जटिल स्थिति के कारण यूक्रेन के बंदरगाह पर कीमतों में इजाफा हो रहा है। ओडेसा पोर्ट पर सीपीटी का वर्तमान भाव 1160 डॉलर प्रति टन से आरंभ हुआ है जबकि आरबीडी का ऑफर मूल्य बढ़कर 1310 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया है।

जून की तुलना में जुलाई 2025 के दौरान यूक्रेन से सूरजमुखी तेल का निर्यात 47 प्रतिशत उछलकर 4.64 लाख टन पर पहुंच गया और इसे मिलाकर सितम्बर 2024 से जुलाई 2025 के 11 महीनों में यूक्रेन से कुल 45.80 लाख टन तेल का शिपमेंट हो गया। 

दरअसल जनवरी से ही रूस में सूरजमुखी तेल की आपूर्ति घट रही है जिसका फायदा यूक्रेन को मिल रहा है। रूस में एक तो रूबल की विनिमय दर मजबूत हो गई है और दूसरे, सूरजमुखी तेल पर ऊंचे स्तर का निर्यात शुल्क भी लगा हुआ था जिसे अब अगस्त माह के लिए स्थगित कर दिया गया है।

इसके फलस्वरूप वहां से अब निर्यात तेजी से बढ़ने लगा है। वर्तमान समय में एफसीए आधार पर रूस के क्रूड सूरजमुखी तेल का निर्यात ऑफर मूल्य 1090 डॉलर प्रति टन तथा रिफाइंड तेल का ऑफर मूल्य 1190 डॉलर प्रति टन चल रहा है

जो यूक्रेन की तुलना में काफी कम है। वैश्विक बाजार में इसकी मांग मजबूत बना हुआ है। रूस में मई में सूरजमुखी सीड का स्टॉक 15 प्रतिशत घटकर 6 लाख टन रह गया था।