उत्पादन घटने से हल्दी में अधिक मंदा नहीं
07-Feb-2024 07:02 PM
नई दिल्ली । उत्पादक राज्यों में बिजाई घटने के पश्चात प्रति हेक्टेयर उत्पादकता भी कम रहने के समाचारों से हल्दी की कीमतों में अधिक मंदे की संभावना नहीं है।
सूत्रों का मानना है कि चालू सीजन के दौरान देश में हल्दी का उत्पादन 55/60 लाख बोरी के आसपास रहेगा जबकि गत वर्ष उत्पादन 85/90 लाख बोरी का रहा था। वर्तमान में निजामाबाद एवं सांगली मंडी में नई हल्दी की आवक बढ़ने लगी है।
निजामाबाद में नई हल्दी की आवक 6000 बोरी एवं संगळी 2000 बोरी की हो गई है। मगर नए मालों में नमी की मात्रा होने के कारण व्यापार कम हो रहा है। फरवरी अंत या मार्च के शुरू में सूखे मालों की आवक शुरू हो जाएगी।
लेकिन व्यापारिक मनोवृत्ति तेजी की बन जाने के कारण सूखे मालों में स्टॉकिस्टों की लिवाली अच्छी रहेगी। जिस कारण से कीमतों में अधिक मंदा संभव नहीं है।
मगर अभी हाल-फिलहाल अधिक तेजी भी नहीं बनेगी। क्योंकि मार्च माह में सभी उत्पादक केन्द्रों पर नए मालों की आवक शुरू हो जाएगी। अतः कीमतों में 3/5 रुपए का मंदा तेजी चलता रहेगा। मई-जून माह के बाद बाजार में तेजी देखी जा सकती है।