तमिलनाडु सरकार द्वारा 40 हजार टन तुवर दाल की खरीद हेतु निविदा आमंत्रित

26-Jul-2024 08:49 PM

चेन्नई । सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तमिलनाडु के नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा 40 हजार टन तुवर दाल की खरीद के वास्ते 17 जुलाई को इच्छुक विक्रेता (फर्मों) से ई-निविदा आमंत्रित की गई थी।

इसमें ऑफर जमा करने की अंतिम तिथि 27 जुलाई 2024 निश्चित की गई है। आपूरित होने वाली दाल या तो अरहर (तुवर) या कनाडाई हरी मसूर की होनी चाहिए। निगम द्वारा नियमित अंतराल पर दाल की खरीद के लिए निविदा आमंत्रित की जाती रही है। 

भारत में फ़िलहाल मुख्यत: म्यांमार से तुवर का आयात हो रहा है क्योंकि अफ़्रीकी देशों में नई फसल की कटाई-तैयारी अभी जोर नहीं पकड़ पाई है।

वैसे मोजाम्बिक, मलावी एवं तंजानिया सहित अन्य अफ्रीकी देशों में तुवर फसल की हालत अच्छी बताई जा रही है और वहां से भारत को 5.00-5.50 लाख टन तक तुवर का निर्यात हो सकता है। लेकिन इसके रास्ते में कुछ परिवहन एवं अफसर शाही की अड़चने आने की आशंका बनी हुई है जो पिछले साल देखी गई थीं।

ऐसी खबरें आ रही हैं कि मलावी से तुवर की कुछ खेपों को नकाला बंदरगाह पर रोक दिया गया है और इसके कारणों का भी खुलासा नहीं किया गया है। अफ्रीका से भारत में 2024-25 सीजन के दौरान तुवर का निर्बाध निर्यात होगा अथवा इसमें कुछ रुकावट पैदा होगी इसके बारे में अभी कोई निश्चित अनुमान लगाना संभव नहीं है। 

अगस्त-सितम्बर डिलीवर्स के लिए भारतीय बंदरगाहों तक पहुंच के वास्ते मोजांबिक में तुवर का निर्यात मूल्य सफेद किस्म के लिए 1030 डॉलर प्रति टन तथा जखोटा श्रेणी के लिए 950 डॉलर प्रति टन चल रहा है जबकि तंजानिया में बरियादी तुवर का निर्यात भाव 1300 डॉलर प्रति टन बताया जा रहा है।

यह सांकेतिक मूल्य है क्योंकि अभी वहां पर्याप्त स्टॉक मौजूद नहीं है। उधर कनाडा में नई फसल की हरी मसूर (लेयर्ड) का सांकेतिक निर्यात ऑफर मूल्य सितम्बर-अक्टूबर-नवम्बर 2024 शिपमेंट के लिए 1140-1150 डॉलर प्रति टन बताया जा रहा है जिसमें भारत के चेन्नई / तूतीकोरिन बंदगाह तक की पहुंच का खर्च भी शामिल है।