तेलंगाना में खरीफ फसलों का रकबा 4.42 लाख एकड़ बढ़ा

24-Sep-2025 08:58 PM

हैदराबाद। दक्षिण भारत के एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पादक राज्य- तेलंगाना में धान, मक्का, उड़द, गन्ना एवं कपास की खेती इस बार अधिक क्षेत्रफल में हुई है जिसके सहारे खरीफ फसलों का उत्पादन क्षेत्र बढ़कर 133.10 लाख एकड़ पर पहुंच गया है जो पिछले साल की समान अवधि के रकबा 128.68 लाख एकड़ से 4.42 लाख एकड़ ज्यादा है। बिजाई की प्रक्रिया लगभग समाप्त हो चुकी है। 

राज्य कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल के मुकाबले मौजूदा खरीफ सीजन के दौरान 24 सितम्बर 2025 तक तेलंगाना में धान का उत्पादन क्षेत्र 66.78 लाख एकड़ से सुधरकर 67.30 लाख एकड़ तथा मक्का का बिजाई क्षेत्र 5.24 लाख एकड़ से बढ़कर 6.45 लाख एकड़ पर पहुंचा। ज्वार का रकबा 44 हजार एकड़ से गिरकर 36 हजार एकड़ पर अटकने के बावजूद धान एवं मोटे अनाजों का कुल क्षेत्रफल 72.48 लाख एकड़ से उछलकर 74.12 लाख एकड़ पर पहुंच गया। 

लेकिन दलहन फसलों का बिजाई क्षेत्र पिछले साल के 6.16 लाख एकड़ से 32 हजार एकड़ गिरकर इस बार 5.84 लाख एकड़ पर सिमट गया। इसके तहत अरहर (तुवर) का उत्पादन क्षेत्र 5.21 लाख एकड़ से घटकर 4.92 लाख एकड़ तथा मूंग का रकबा 68 हजार एकड़ से फिसलकर 62 हजार एकड़ रह गया जबकि उड़द का क्षेत्रफल 25 हजार एकड़ से सुधरकर 29 हजार एकड़ पर पहुंच गया। 

तिलहन फसलों की बिजाई भी कम हुई है। इसका उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 4.12 लाख एकड़ से घटकर इस बार 3.75 लाख एकड़ पर अटक गया।

इसके तहत सोयाबीन का बिजाई क्षेत्र 3.81 लाख एकड़ से गिरकर 3.62 एकड़, मूंगफली का क्षेत्रफल 27 हजार एकड़ से लुढ़ककर 11 हजार एकड़ तथा अरंडी का रकबा 2950 एकड़ से गिरकर 1300 एकड़ रह गया। 

दूसरी ओर तेलंगाना में कपास का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष के 44.75 लाख एकड़ से बढ़कर इस बार 45.95 लाख एकड़ तथा गन्ना का उत्पादन क्षेत्र 12 हजार एकड़ से उछलकर 36 हजार एकड़ पर पहुंच गया। राज्य में बारिश का दौर जारी है और फसल की हालत सामान्य बनी हुई है।