साप्ताहिक समीक्षा- धान-चावल

20-Dec-2025 07:59 PM

मांग एवं आपूर्ति के अनुरूप धान-चावल की कीमतों में बदलाव    

नई दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में खासकर बासमती और 'ए' ग्रेड धान की आपूर्ति का दबाव कमजोर पड़ने लगा है और मिलर्स तथा निर्यातकों की लिवाली के अनुरूप इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। 
आवक 
13 से 19 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान दिल्ली की नरेला मंडी में 25 से 40 हजार बोरी तक धान की दैनिक आवक हुई और कीमतों में नरमी रही। 1847 नंबर के धान का मूल्य 900 रुपए की जबरदस्त गिरावट के साथ 3000 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। उधर नजफगढ़ मंडी में रोजाना करीब 5000 बोरी धान पहुंचा और सामान्य लिवाली के कारण कीमतों में कुछ सुधार दर्ज किया गया। छत्तीसगढ़ की भाटपाड़ा एवं राजिम मंडियों में क्रमश: 4-5 हजार बोरी एवं 1-2 हजार बोरी धान की दैनिक आवक हुई। भाटापाड़ा में श्रीराम धान का भाव 200 रुपए घटकर 3000 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया राजिम मंडी थोड़ी तेज रही।
पंजाब / अमृतसर  
पंजाब के अमृतसर में धान की दैनिक आवक घटकर 15-16 हाजर बोरी रह गई है जो नवम्बर 80-90 हजार बोरी पर पहुंच गई थी। यहीं हाल तरन तारन का भी है जहां अब 3 से 5 हजार बोरी के बीच धान रोजाना पहुंच रहा है। कीमतों में 100-200 रुपए प्रति क्विंटल का उतार-चढ़ाव देखा गया। 
उत्तर प्रदेश 
उत्तर प्रदेश की मंडियों में धान की सामान्य आवक जारी है। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान वहां एटा में 15-25 हजार बोरी, मैनपुरी में 10 हजार बोरी, जहांगीराबाद में 20 हजार बोरी, शाहजहांपुर में 10-15 हजार बोरी, अलीगढ में 35-40 हजार बोरी तथा खैर में 15-25 हजार बोरी धान की रोजाना आवक दर्ज की गई। हरियाणा की तरावड़ी मंडी में भी 15-20 हजार बोरी धान की दैनिक आपूर्ति हुई। 
चावल 
जहां तक चावल का सवाल है तो इसकी कीमतों में आमतौर पर स्थिरता या तेजी का माहौल देखा गया। भाटापाड़ा में एचएमटी, श्रीराम एवं विष्णु भोग चावल का दाम 100 रुपए, 300 रुपए एवं 500 रुपए बढ़कर क्रमश: 5300 रुपए प्रति क्विंटल, 6500 रुपए प्रति क्विंटल तथा 13,000 रुपए प्रति क्विंटल की ऊंचाई पर पहुंच गया। इसमें घरेलू व्यापारियों के साथ-साथ निर्यातकों की मांग भी मजबूत देखी गई। राजस्थान के बूंदी में 50-75 रुपए का सुधार आया। उत्तराखंड की नगर मंडी, हरियाणा की करनाल मंडी एवं दिल्ली के नया बाजार में भाव स्थिर रहे।