साप्ताहिक समीक्षा- सरसों

20-Dec-2025 08:06 PM

सामान्य कारोबार के साथ सरसों बाजार में सीमित उतार-चढ़ाव 
 
नई दिल्ली। बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी होने से किसानों एवं व्यापारियों के साथ-साथ सरकारी एजेंसियों द्वारा भी अपने स्टॉक को बाजार में उतारने का प्रयास किया जा रहा है और मिलर्स-प्रोसेसर्स सामान्य रूप से इसकी खरीद कर रहे हैं। इसके फलस्वरूप 13-19 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान सरसों के थोक मंडी भाव में 50-100 रुपए प्रति क्विंटल का उतार-चढ़ाव दर्ज किया गया। 
42% कंडीशन सरसों  
इसके तहत 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का दाम 50 रुपए बढ़कर दिल्ली में 6950 रुपए प्रति क्विंटल तथा जयपुर में 25 रुपए सुधरकर 7200 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। दूसरी ओर सामान्य औसत क्वालिटी की सरसों का भाव कोटा में 300 रुपए लुढ़ककर 6400/6500 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। 
तेजी-नरमी  
गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश तथा राजस्थान की अन्य मंडियों में सरसों की कीमतों में कहीं 100 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी तो कहीं इतनी ही नरमी दर्ज की गई। सरसों का मूल्य उत्तर प्रदेश में हापुड़ में 50 रुपए तथा आगरा में 125 रुपए प्रति क्विंटल तेज रहा। देश की तमाम प्रमुख मंडियों में सरसों का दाम केन्द्र द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से ऊंचा चल रहा है। 
सरसों तेल 
सरसों की किमतों में सुधार आने से सरसों तेल एक्सपेलर तथा कच्ची घानी के दाम में एक-डेढ़ रुपए प्रति किलो की वृद्धि हुई। दिल्ली में एक्सपेलर का भाव 15 रुपए बढ़कर 1435 रुपए प्रति 10 किलो हो गया। चरखी दादरी, मुरैना, कोटा तथा हापुड़ में भी प्रति 10 किलो पर 5-10 रुपए की तेजी रही। बीकानेर में  एक्सपेलर तेल का दाम 50 रुपए उछलकर 1480 रुपए प्रति 10 किलो पर पहुंच गया। इसी तरह कच्ची घानी सरसों तेल की कीमतों में भी 10-15 रुपए प्रति 10 किलो की तेजी रही। 
आपूर्ति  
थोक मंडियों में सरसों की अच्छी आपूर्ति हो रही है और कारोबार सामान्य ढंग से चल रहा है। रबी सीजन की इस सबसे प्रमुख तिलहन फसल की बिजाई में बढ़ोत्तरी का माहौल बना हुआ है। 
सरसों खल (डीओसी) 
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान सरसों खल एवं डीओसी में अच्छी मांग देखी गई जिससे इसकी कीमतों में सुधार आया। चीन के आयातक सरसों डीओसी की खरीद में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। फरवरी से नई सरसों की आवक शुरू हो जाएगी।