साप्ताहिक समीक्षा-धान-चावल

21-Dec-2024 07:13 PM

भरपूर आवक एवं सीमित मांग से धान की कीमतों में नरमी  

नई दिल्ली । खरीफ कालीन धान और खासकर बासमती के नए माल की आपूर्ति देश के प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में जोर शोर से हो रही है मगर इसके मुकाबले मिलर्स एवं निर्यातकों की मांग कुछ कमजोर रहने से 14-20 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान कीमतों में 100-200 रुपए प्रति क्विंटल तक की नरमी दर्ज की गई। 
दिल्ली 
दिल्ली की नरेला मंडी में 30 से 50 हजार बोरी (क्विंटल) के बीच धान की दैनिक आवक हो रही है लेकिन नजफगढ़ में सीमित आवक हो रही है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के भाटापाड़ा तथा राजिम और पंजाब के अमृतसर, फाजिल्का तथा तरन तारन में भी अच्छी मात्रा में धान पहुंच रहा है। उत्तर प्रदेश में एटा, मैनपुरी, जहांगीराबाद, अलीगढ़ तथा खैर मंडी में अच्छी मात्रा में बासमती धान पहुंच रहा है मगर इसके अनुरूप उठाव नहीं हो रहा है। 
भाव / निर्यात 
अधिकांश मंडियों में विभिन्न किस्मों के धान का भाव नरम चल रहा है क्योंकि मिलर्स- प्रोसेसर्स सीमित मात्रा में इसकी खरीद कर रहे हैं। हालांकि बासमती चावल का निर्यात प्रदर्शन उत्साहवर्धक है और गैर बासमती या सामान्य चावल का शिपमेंट भी जोर पकड़ने लगा है मगर निर्यात ऑफर मूल्य में नरमी आने से बाजार भाव कुछ नीचे आ गया है। 
मांग      
बासमती के संवर्ग में 1509 तथा 1718 धान का कारोबार अधिक हो रहा है जबकि अन्य किस्मों में मांग सीमित देखी जा रही है। पश्चिम एशिया में स्थिति अभी शांत नहीं हुई है जिससे बासमती चावल का निर्यात शिपमेंट कुछ देशों में पहले की अपेक्षा कम उत्साहवर्धक है। 
चावल 
जहां तक चावल का सवाल है तो इसका भाव कुछ क्षेत्रों में स्थिर या मजबूत बना हुआ है। समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान भाटापाड़ा में एचएमटी तथा विष्णुभोग चावल के दाम में 100-100 रुपए प्रति क्विंटल का इजाफा दर्ज किया गया। यही स्थिति अमृतसर में देखी गई जहां 1509 सेला, 1718 सेला एवं 1718 स्टीम चावल का भाव 100-100 रुपए प्रति क्विंटल तेज हो गया।  छत्तीसगढ़ के राजिम तथा उत्तराखंड के नगर में चावल का दाम स्थिर रहा जबकि राजस्थान के बूंदी में 100 रुपए नीचे आ गया। हरियाणा की बेंचमार्क करनाल मंडी में चावल की विभिन्न किस्मों के दाम में मिश्रित रूख देखा गया जबकि दिल्ली के नया बाजार में लगभग स्थिरता बनी रही।