साप्ताहिक समीक्षा-सरसों

21-Dec-2024 07:09 PM

तेल मिलर्स की कमजोर मांग से सरसों के दाम में गिरावट 

नई दिल्ली । सरसों तेल के दाम में गिरावट आने तथा डीओसी (खल) का निर्यात प्रदर्शन कमजोर रहने से क्रशिंग-प्रोसेसिंग इकाइयों में मांग कमजोर पड़ने के कारण 14 से 20 दिसम्बर वाले सप्ताह के दौरान सरसों की कीमतों में 100-200 रुपए प्रति क्विंटल की नरमी दर्ज की गई। 
42% कंडीशन सरसों 
42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का भाव दिल्ली में 125 रुपए गिरकर 6200 रुपए प्रति क्विंटल तथा जयपुर में 225 रुपए घटकर 6250/6275 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। इसी तरह औसत क्वालिटी की सरसों का दाम हरियाणा के हिसार में 300 रुपए घटकर 5700-5800 रुपए प्रति क्विंटल, मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 200 रुपए गिरकर 5800/6000 रुपए प्रति क्विंटल तथा उत्तर प्रदेश के आगरा में 300 रुपए घटकर 6500/6850 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। राजस्थान की अधिकांश मंडियों में 100-200 रुपए की नरमी रही। यूपी का हापुड़ भी नरम रहा। 
सरसों तेल 
सरसों का भाव कमजोर रहने से सरसों तेल के दाम में भी 10 से 40 रुपए प्रति 10 किलो की गिरावट दर्ज की गई। दिल्ली में एक्सपेलर का भाव 15 रुपए गिरकर 1295 रुपए, मुम्बई में 30 रुपए गिरकर 1340 रुपए प्रति 10 किलो रह गया। कच्ची घानी तेल का मूल्य भी खैरथल, अलवर एवं हापुड़ में 40 -40 रुपए घटकर क्रमश: 1280 रुपए, 1280 रुपए तथा 1380/1420 रुपए प्रति 10 किलो रह गया।  
आवक 
राष्ट्रीय स्तर पर सरसों की औसत दैनिक आवक घटकर 1.50-2.00 लाख बोरी के बीच रह गई है जबकि प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है। आवक घटने के बावजूद मांग कमजोर होने से सरसों का भाव नरम चल रहा है। फिलहाल इसमें भारी तेजी आने की संभावना नहीं है। 
सरसों खल (डीओसी)
सरसों खल का सीमित कारोबार होने से इसके दाम में 30 से 50 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट रही और सरसों डीओसी का मूल्य भी 1000 रुपए प्रति टन तक घट गया। कहीं-कहीं इसमें 500 रुपए प्रति टन का सुधार भी दर्ज किया गया। सरसों की बिजाई इस बार पिछड़ रही है जबकि मौसम भी पूरी तरह अनुकूल नहीं है। सरकार ने इस महत्वपूर्ण तिलहन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5650 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 5950 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है।