रबी फसलों का रकबा सामान्य औसत क्षेत्रफल से 57 लाख हेक्टेयर पीछे
24-Dec-2025 12:59 PM
नई दिल्ली। रबी फसलों की बिजाई अभी देश के विभिन्न भागों में जोर शोर से जारी है जबकि अधिकांश क्षेत्रों में इसकी प्रक्रिया लगभग समाप्त हो चुकी है।
इस वर्ष 19 दिसम्बर तक रबी फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र 580.70 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 572.60 लाख हेक्टेयर से 8.10 लाख हेक्टेयर ज्यादा लेकिन सामान्य औसत क्षेत्रफल 637.81 लाख हेक्टेयर से 57.11 लाख हेक्टेयर पीछे है। उल्लेखनीय है कि 2020-25 के सम्पूर्ण सीजन में रबी फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र 659.40 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा था।
समग्र रूप से पिछले साल के मुकाबले चालू रबी सीजन में सभी फसल संवर्ग के उत्पादन क्षेत्र में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है जिसमें गेहूं, धान, दलहन, तिलहन एवं मोटे अनाज शामिल है
लेकिन एकल रूप में देखा जाए तो कुछ फसलों के बिजाई क्षेत्र में अच्छा इजाफा हुआ है जबकि कुछ अन्य फसलों के रकबे में गिरावट आई है।
गत वर्ष की तुलना में चालू रबी सीजन के दौरान गेहूं का उत्पादन क्षेत्र 300.35 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 301.65 लाख हेक्टेयर, धान का क्षेत्रफल 11.52 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 13.55 लाख हेक्टेयर,
दलहनों का बिजाई क्षेत्र 123.02 लाख हेक्टेयर से उछलकर 126.74 लाख हेक्टेयर तथा मोटे अनाजों का रकबा 45.05 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 45.66 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा। तिलहन फसलों की बिजाई भी पिछले साल के 92.65 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस बार 93.33 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गई।
लेकिन कुछ महत्वपूर्ण रबी फसलों के रकबे में ही अच्छी बढ़ोत्तरी हुई है जिससे गेहूं एवं धान के अलावा चना, मक्का, जौ तथा सरसों शामिल है। दूसरी ओर मसूर, मटर, उड़द, कुलथी, खेसारी, ज्वार तथा मूंगफली एवं अलसी के बिजाई क्षेत्र में गिरावट आ गई है।
गेहूं के बिजाई क्षेत्र में पहले गत वर्ष से काफी अधिक बढ़ोत्तरी देखी जा रही थी मगर अब अंतर घटकर 1.30 लाख हेक्टेयर रह गया है। चना और सरसों की अच्छी बिजाई हो रही है
जिससे दलहन-तिलहन के उत्पादन में कुछ सुधार आने के आसार हैं रबी फसलों की बिजाई की रफ्तार कुछ धीमी पड़ने लगी है। लम्बे समय से देश के अधिकांश इलाकों में अच्छी वर्षा नहीं हुई है लेकिन तापमान में गिरावट जरूर आई है।
