रबी फसलों का बिजाई क्षेत्र आगामी समय में बढ़ने के आसार

20-Nov-2023 08:36 PM

नई दिल्ली । तापमान में गिरावट आने तथा बाजार भाव ऊंचा होने से किसानों को चालू रबी सीजन के दौरान विभिन्न फसलों का उत्पादन क्षेत्र बढ़ाने का अच्छा प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।

सरकार ने इन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में भी अच्छी बढ़ोत्तरी कर दी है। पिछले सप्ताह तक रबी फसलों का रकबा गत वर्ष से पीछे चल रहा था क्योंकि कुछ खरीफ फसलों की कटाई-तैयारी में या तो देर हो रही थी या इसकी गति धीमी चल रही थी। लेकिन अब धीरे-धीरे बाधाएं दूर होती जा रही है। 

सरकारी आंकड़ों के अनुसार 17 नवम्बर 2023 तक राष्ट्रीय स्तर पर रबी फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र 248.50 लाख हेक्टेयर पर पहुंच सका जो गत वर्ष की सामान अवधि के बिजाई क्षेत्र 257.40 लाख हेक्टेयर से करीब 9 लाख हेक्टेयर या 3.46 प्रतिशत कम था।

हालांकि गत वर्ष के मुकाबले इस बार मसूर तथा मोटे अनाजों का रकबा बढ़ा मगर अन्य फसलों का क्षेत्रफल घट गया। इसके तहत खास कर चना के बिजाई क्षेत्र में 10 प्रतिशत, गेहूं में 5.50 प्रतिशत, धान में 5 प्रतिशत एवं सरसों के क्षेत्रफल में 1.15 प्रतिशत की गिरावट आई।

यह गिरावट इतनी ज्यादा नहीं है कि आगे इसकी भरपाई न हो सके। पंजाब में गेहूं का रकबा पिछड़ रहा था लेकिन जल्दी ही उसके सामान्य स्तर पर आने की उम्मीद है। इसी तरह सरसों की बिजाई में आगे तेजी आने की उम्मीद है। चना के क्षेत्रफल पर नजर रखने की जरूरत पड़ेगी।