पांच वर्षों के बाद तेलंगाना में फसल बीमा योजना होगी शुरू

24-Apr-2025 08:32 PM

हैदराबाद। लगभग पांच वर्षों के अंतराल के बाद तेलंगाना में एक बार फिर फसल बीमा योजना क्रियान्वित होगी। राज्य सरकार ने आगामी खरीफ सीजन में समेकित फसल बीमा स्कीम को दोबारा लागू करने का प्लान तैयार किया है।

उल्लेखनीय है कि तेलंगाना वर्ष 2020 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के दायरे से बाहर हो गया था लेकिन अब उसने दोबारा इस केन्द्रीय स्कीम में शामिल होने का फैसला किया है। इस स्कीम के अंतर्गत किसानों को अपनी खरीफ फसलों के लिए महज 2 प्रतिशत प्रीमियम का भुगतान करना होगा जबकि रबी फसलों के लिए सिर्फ 1.5 प्रतिशत का प्रीमियम चुकाना पड़ेगा।

शेष प्रीमियम का भुगतान राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार द्वारा किया जाएगा। जहां तक व्यावसायिक फसलों का सवाल है तो किसानों का प्रीमियम करीब 5 प्रतिशत होगा। 

तेलंगाना सरकार ने फसलों के नुकसान का बेहतर ढंग से आंकलन करने के लिए समूचे राज्य को 11 क्लस्टर में विभाजित करने का फैसला किया है।

तेलंगाना के कृषि मंत्री का कहना है कि यह स्कीम किसानों को प्रतिकूल मौसम एवं प्राकृतिक आपदाओं से फसल को होने वाले नुकसान के सापेक्ष कुछ राहत प्रदान करेगी।

राज्य में अक्सर बेमौसमी वर्षा, भारी सीजनल बारिश, आंधी-तूफान, ओलावृष्टि एवं सूखा तथा बाढ़ आदि के कारण फसलें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। 

तेलंगाना में खरीफ सीजन के दौरान मुख्यत: धान, कपास एवं मक्का की खेती करीब 1.28 करोड़ एकड़ में होती है। इसके तहत धान का उत्पादन क्षेत्र 67 लाख एकड़, कपास का क्षेत्रफल 45 लाख एकड़ तथा मक्का का बिजाई क्षेत्र 5 लाख एकड़ के करीब रहता है।

रबी सीजन के दौरान विभिन्न फसलों का कुल रकबा 78 लाख एकड़ के करीब रहता है जिसमें धान का क्षेत्रफल 59 लाख एकड़ एवं मक्का का बिजाई क्षेत्र 9 लाख एकड़ भी शामिल है। फसल बीमा योजना के अंतर्गत राज्य के कुल फसलीय क्षेत्रफल के लगभग 98 प्रतिशत भाग को कवर किया जाएगा।