नए माल की आवक शुरू होने से कोपरा एवं नारियल तेल बाजार में थोड़ी नरमी
05-Aug-2025 08:44 PM

कोच्चि। जुलाई में नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद कोपरा एवं नारियल तेल का भाव कुछ नरम पड़ने लगा है। इसके तहत पिछले दिन नारियल तेल के दाम में 6 रुपए प्रति किलो एवं कोपरा के मूल्य में 10 रुपए प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई।
कोचीन ऑयल मर्चेन्ट्स एसोसिएशन (कोमा) के अनुसार कोच्चि में नारियल तेल का थोक बाजार भाव गिरकर 379 रुपए तथा कोपरा का दाम घटकर 240 रुपए प्रति किलो पर आ गया है। जुलाई में एक समय यह मूल्य उछलकर क्रमश: 393 रुपए एवं 261 रुपए प्रति किलो के शीर्ष स्तर पर पहुंच गया था।
उद्योग समीक्षकों के अनुसार तमिलनाडु एवं कर्नाटक में कोपरा के नए माल की आवक बढ़ गई है। वहां नारियल की तुड़ाई का सीजन कुछ देरी के साथ अब आरंभ हो गया है।
उत्पादक अपने नारियल से जल्दी-जल्दी कोपरा तैयार कर रहे हैं ताकि ऊंचे बाजार मूल्य का अधिक से अधिक लाभ उठाया जा सके। नया कोपरा मार्केट में पहुंचने लगा है।
वैसे खुदरा बाजार में नारियल तेल का भाव अब भी 450-500 रुपए प्रति किलो के बीच चल रहा है और इसमें गिरावट आने के कुछ समय लगने की संभावना है।
लेकिन बाजार में आ रही नरमी एवं नए माल की बढ़ती आवक को देखते हुए व्यापारियों-स्टॉकिस्टों ने अपने स्टॉक को मार्केट में जल्दी-जल्दी उतारना आरंभ कर दिया है जिससे इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ने की उम्मीद है। वैसे ऊंचे दाम पर नारियल तेल की मांग भी कुछ कमजोर देखी जा रही है।
हालांकि क्रूड खाद्य तेल पर आयात शुल्क में सरकार द्वारा कटौती की गई है जिससे पाम तेल, सोयाबीन एवं सूरजमुखी तेल की कीमतों पर कुछ असर पड़ा है मगर नारियल तेल बाजार इससे बिलकुल भी प्रभावित नहीं हुआ
बल्कि इसमें तेजी-मजबूती का माहौल बरकरार रहा। रिकॉर्ड ऊंचे मूल्य के कारण नारियल तेल आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गया और केरल उपभोक्ताओं ने अन्य सस्ते खाद्य तेलों को अपनाना शुरू कर दिया जिसमें पामोलीन, सूरजमुखी तेल एवं मिश्रित तेल आदि शामिल हैं।
ये खाद्य तेल नारियल तेल की तुलना में आधे से भी कम दाम पर उपलब्ध है। नारियल तेल में गिरावट का धन्धा भी बढ़ने लगा है और इस मिलावटी मगर घातक नारियल तेल को कुछ सस्ते दाम पर बेचा जा रहा है। आगामी सप्ताहों के दौरान नारियल एवं कोपरा की आपूर्ति-उपलब्धता बढ़ने पर नरियल तेल का भाव घटकर और भी नीचे आने की संभावना है।