तुअर घरेलु फसल और अंतर्राष्टीय बाज़ारों का असर
01-Aug-2025 02:42 PM

तुअर घरेलु फसल और अंतर्राष्टीय बाज़ारों का असर
★ घरेलू बाजार में अरहर की कीमतों में लंबे समय बाद मामूली सुधार के संकेत दिख रहे हैं।
★ सुधार की प्रमुख वजह इस साल देश में अरहर की बोवाई में कमी हो सकती है।
★ अगर बोवाई में पिछली वर्ष की तुलना में गिरावट बढ़ती है, तो अफ्रीकी फसल आने के बाद भी बाजार मजबूत रह सकता है।
★ मौसम विभाग ने अगस्त और सितंबर में भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है, जो घरेलू फसल की सेहत के लिए अहम साबित होगा।
★ यदि अत्यधिक वर्षा से फसल को नुकसान होता है, तो वर्तमान नकारात्मक भावनाएं सकारात्मक में बदल सकती हैं।
★ त्योहारी मांग भी आने वाले हफ्तों में बाजार को सपोर्ट दे सकती है।
★ फिलहाल व्यापारी और आयातक वेट एंड वॉच’ की स्थिति में हैं, लेकिन संकेत सकारात्मक हैं।
~~~~~~~~~~~
अंतरराष्ट्रीय बाज़ार अपडेट (31 जुलाई 2025 तक भारत के लिए ऑफर आधारित):
★ म्यांमार (लेमन): अगस्त/सितंबर शिपमेंट के लिए ऑफर $730 प्रति टन, 17 जुलाई की तुलना में $20 की बढ़त
★ बरैदी (तंजानिया): अगस्त/सितंबर शिपमेंट पर $660 प्रति टन का ऑफर, $10 की बढ़त
★ गजरी (मोज़ाम्बिक): सितंबर/अक्टूबर शिपमेंट के लिए $600 प्रति टन, $35 की बढ़त
★ मलावी: सितंबर/अक्टूबर शिपमेंट पर $555 प्रति टन का ऑफर, $35 की बढ़त
★ हमेशा की तरह निम्न क्वालिटी अफ्रीकी देशों के ऑफर म्यांमार के मुकाबले सस्ते।
★ नई अफ्रीकी फसल सितंबर के अंत तक भारतीय बंदरगाहों पर पहुँच सकती है।
★ इससे पहले म्यांमार अधिक से अधिक निर्यात करने के लिए दामों में नरमी ला सकता है।
★ देखने वाली बात होगी कि अगर भारत में एरिया घटा या फिर अधिक बारिश से हानि पहुंची तो निर्यातक देश भी दाम बढ़ाने से पीछे नहीं हटेंगे।
★ तुअर बाजार अब दिलचस्प मोड़ पर।