कालीमिर्च के उत्पादन में गिरावट का सिलसिला जारी रहने का अनुमान

29-Oct-2025 05:58 PM

कोच्चि। इंटरनेशनल पीपर कम्युनिटी (अंतर्राष्ट्रीय कालीमिर्च या आईपीसी) ने भारत में कालीमिर्च का उत्पादन 2024 में 1.26 लाख टन आंका था जबकि 2025 में इसके घटकर 85 हजार टन रह जाने की संभावना व्यक्त की थी। अब उसने इसका उत्पादन एक बार फिर 2026 में गिरकर 74 हजार टन पर सिमट जाने का अनुमान लगाया है। 

आईपीसी के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2026 के दौरान भारत में 26,880 टन के पिछला बकाया स्टॉक 74 हजार टन के संभावित उत्पादन एवं 88 हजार टन के अनुमानित आयात के साथ कालीमिर्च की कुल उपलब्धता 1,38,880 टन पर पहुंचने का आसार हैं।

इसमें से 1,00,500 टन का घरेलू उपयोग तथा 22,000 टन का निर्यात होने की संभावना है जिससे वर्ष के अंत में 16,380 टन का अधिशेष स्टॉक बच सकता है।  

वर्ष 2025 के लिए आईपीसी ने जो अनुमान लगाया है उसके तहत कालीमिर्च का पिछला बकाया स्टॉक 54,980 टन था और 85 हजार टन का उत्पादन  तथा 41 हजार टन का आयात होने की संभावना है।

इसमें से देश के अंदर 1,31,600 टन कालीमिर्च का उपयोग होने तथा देश से 22,500 टन का निर्यात होने की संभावना व्यक्त की गई है जिससे वर्ष 2025 की समाप्ति पर 26,880 टन का अधिशेष स्टॉक बचने की उम्मीद है।

इससे पूर्व भारत में 2024 के दौरान 1.26 लाख टन कालीमिर्च का शानदार उत्पादन आंका गया था जबकि घरेलू उपयोग भी बढ़कर 1.41 लाख टन से ऊपर पहुंच गई थी।