गुजरात में खरीफ फसलों का रकबा गत वर्ष से कुछ अधिक रहा
29-Oct-2025 08:34 PM
अहमदाबाद। देश के पश्चिमी प्रान्त- गुजरात में शुरूआती चरण के दौरान खरीफ फसलों की बिजाई गत वर्ष से पीछे चल रही थी और मध्य जुलाई से 20 अगस्त तक वहां मानसून की आंख मिचौनी जारी रहने से खरीफ फसलों के बिजाई क्षेत्र के साप्ताहिक आंकड़ों में उतार-चढ़ाव आता रहा। इसके अलावा खरीफ फसलों के चुनाव में भी किसानों की दुविधा बनी रही।
लेकिन उसके बाद हालात सामान्य होने लगे और अंततः खरीफ फसलों का उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 84,88,784 हेक्टेयर से 5606 हेक्टेयर सुधरकर 2025 में 84,94,390 हेक्टेयर पर पहुंच गया। बिजाई की प्रक्रिया पहले ही समाप्त हो चुकी है
राज्य कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल की तुलना में इस वर्ष खरीफ सीजन के दौरान गुजरात में धान एवं मोटे अनाजों का संयुक्त उत्पादन क्षेत्र 13.74 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 13.82 लाख हेक्टेयर, दलहनों का बिजाई क्षेत्र 4.07 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 4.65 लाख हेक्टेयर तथा तिलहन का क्षेत्रफल 29.06 लाख हेक्टेयर से उछलकर 32.04 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया लेकिन दूसरी ओर कपास का रकबा 23.72 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 20.96 लाख हेक्टेयर तथा ग्वार सीड का बिजाई क्षेत्र 85 हजार हेक्टेयर से गिरकर 75 हजार हेक्टेयर रह गया।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान गुजरात में धान का उत्पादन क्षेत्र 8.87 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 9.05 लाख हेक्टेयर तथा बाजरा का बिजाई क्षेत्र 1.68 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 1.73 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा मगर मक्का का रकबा 2.86 लाख हेक्टेयर से गिरकर 2.81 लाख हेक्टेयर रह गया। ज्वार की बिजाई भी कुछ कम हुई।
इसी तरह दलहन फसलों में अरहर (तुवर) का उत्पादन क्षेत्र 2.44 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 3.10 लाख हेक्टेयर हो गया मगर मूंग का क्षेत्रफल 55 हजार हेक्टेयर से फिसलकर 49 हेक्टेयर हेक्टेयर पर अटक गया। दूसरी ओर उड़द का क्षेत्रफल 84 हजार हेक्टेयर के पिछले स्तर पर ही बरकरार रहा।
तिलहन फसलों में मूंगफली का उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 19.08 लाख हेक्टेयर से उछलकर इस बार 22.02 लाख हेक्टेयर हो गया और अरंडी का रकबा भी 6.46 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 6.85 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा लेकिन सोयाबीन का बिजाई क्षेत्र 3.01 लाख हेक्टेयर से गिरकर इस बार 2.77 लाख हेक्टेयर पर अटक गया।
