अधिकांश उत्पादक राज्यों में तुवर की सरकारी खरीद मई में भी जारी रहेगी
24-Apr-2025 05:50 PM

नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने खरीफ सीजन की सबसे प्रमुख दलहन फसल- अरहर (तुवर) की खरीद के लिए विभिन्न उत्पादक राज्यों में इसकी मात्रा और अवधि निर्धारित कर रखी है।
आंध्र प्रदेश में इसकी समय सीमा 23 जनवरी से 22 अप्रैल तक नियत की गई थी मगर अब इसे 22 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है क्योंकि राज्य में तुवर की आवक का दौर जारी है। समयावधि बढ़ने से वहां किसानों को राहत मिलेगी।
तुवर की खरीद की समयसीमा तेलंगाना में 8 जनवरी से 30 अप्रैल तक, कर्नाटक में 2 जनवरी से 2 मई तक, महाराष्ट्र में 13 फरवरी से 13 मई तक, गुजरात में 25 फरवरी से 25 मई तक और उत्तर प्रदेश में 2 अप्रैल से 30 जून तक निर्धारित की गई है।
मध्य प्रदेश में 25 फरवरी से 29 अप्रैल तक तथा छत्तीसगढ़ में 15 फरवरी से 15 मई तक तुवर की सरकारी खरीद का समय नियत किया गया है।
मध्य प्रदेश में खरीद की समय सीमा जल्दी ही समाप्त होने वाली है और यदि राज्य सरकार ने इसे बढ़ाने का आग्रह किया तो केन्द्रीय कृषि मंत्रालय इस पर गंभीरतापूर्वक विचार कर सकता है।
हरियाणा में तुवर का सीमित उत्पादन होता है और वहां फसल भी जल्दी आती है इसलिए सरकार ने खरीद की समय सीमा 1 से 31 दिसम्बर 2024 के बीच नियत की थी मगर उस समय बाजार भाव ऊंचा होने से सरकार को इसकी खरीद करने में सफलता नहीं मिल सकी थी।
आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वर्ष के दौरान अब तक प्रमुख उत्पादक राज्यों में 2.56 लाख से अधिक किसानों से 3.92 लाख टन तुवर की खरीद हो चुकी है। तुवर का न्यूनतम समर्थन मूल्य इस बार 7550 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया गया है और इसी मूल्य पर खरीद हो रही है।
कृषि मंत्रालय द्वारा इस बार प्रमुख उत्पादक राज्यों में 13.22 लाख टन तुवर की खरीद करने की स्वीकृति दी गई है जिसमें से करीब 30 प्रतिशत की खरीद हो चुकी है।
पिछले दो साल से तुवर का घरेलू बाजार भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से काफी ऊंचा चल रहा था इसलिए सरकारी एजेंसियों को किसानों से इसकी खरीद करने में ज्यादा सफलता नहीं मिली थी और बफर स्टॉक में भारी कमी आ गई थी।
इस बार दाम नीचे होने से तुवर की खरीद में अच्छी बढ़ोत्तरी हो रही है। इससे सरकार को आपूर्ति के ऑफ सीजन में बाजार को नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी।