अप्रैल-मई के दौरान दलहनों के आयात खर्च में 37 प्रतिशत की गिरावट
25-Jun-2025 03:14 PM

मुम्बई। कमजोर मांग एवं पर्याप्त आपूर्ति के कारण देश में दलहनों के आयात की गति धीमी पड़ गई है जिससे इस पर होने वाले खर्च में भी कमी आ गई है।
केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल-मई 2024 के दौरान दलहनों के आयात पर होने वाला खर्च बढ़कर 78.20 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया था जो अप्रैल मई 2025 के दो महीनों में 37 प्रतिशत घटकर 49.20 करोड़ डॉलर पर अटक गया।
पिछले वित्त वर्ष के दौरान देश में दलहनों का रिकॉर्ड आयात हुआ था जिसका कुछ स्टॉक अभी बाकी है। इस बीच दाल-दलहन में घरेलू मांग काफी कमजोर पड़ गई है जबकि आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति बेहतर बनी हुई है।
आई ग्रेन इंडिया के डायरेक्टर राहुल चौहान का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस वर्ष निर्यातक देशों में दलहनों का निर्यात ऑफर मूल्य भी कुछ नीचे आया है।
इसके अलावा चालू वर्ष के दौरान मानसून की वर्षा सामान्य औसत से अधिक होने की संभावना है जिससे दलहन फसलों के घरेलू उत्पादन का परिदृश्य बेहतर नजर आ रहा है। खरीफ कालीन दलहन फसलों की बिजाई पहले ही आरंभ हो चुकी है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले साल की तुलना में चालू खरीफ सीजन के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर दलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र 6.63 लाख हेक्टेयर से 42 प्रतिशत उछलकर 9.44 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
यह 20 जून 2025 तक का आंकड़ा है। हालांकि इस अवधि में अरहर (तुवर) का उत्पादन क्षेत्र 2.61 लाख हेक्टेयर से गिरकर 2.48 लाख हेक्टेयर पर अटक गया उड़द का बिजाई क्षेत्र 62 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 1.39 लाख हेक्टेयर तथा मूंग का क्षेत्रफल 2.67 लाख हेक्टेयर से उछलकर 4.43 लाख हेक्टेयर हो गया। अन्य दलहन फसलों का रकबा भी 67 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 94 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया।
राहुल चौहान के अनुसार कुल मिलाकर वित्त वर्ष 2024-25 के मुकाबले 2025-26 के दौरान दलहनों का आयात कम होने की उम्मीद है क्योंकि इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति सुगम बनी हुई है और अगला घरेलू उत्पादन भी बढ़ने के आसार हैं।
आई ग्रेन इंडिया के अनुसार अप्रैल-मई 2025 के दौरान देश में पीली मटर का आयात लुढ़ककर 1.31 लाख टन पर अटक गया जो अप्रैल- मई 2024 के आयात 6.86 लाख टन की तुलना में बहुत कम है।
इसी तरह देसी चना का आयात 29,948 टन से करीब आधा घटकर 15,536 टन रह गया। उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2024-25 की सम्पूर्ण अवधि में भारत में कुल मिलाकर करीब 15.06 लाख टन चना का रिकॉर्ड आयात हुआ था।