2024-25 के सीजन में 113.50 लाख टन सोयाबीन की क्रशिंग

29-Oct-2025 05:24 PM

इंदौर। सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) ने 2024-25 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन (अक्टूबर-सितम्बर) में देश के अंदर 113.50 लाख टन सोयाबीन की क्रशिंग-प्रोसेसिंग होने का अनुमान लगाया है जो 2023-24 सीजन की मात्रा 122.50 लाख टन  से 9 लाख टन कम है। 

सोपा की मासिक रिपोर्ट के अनुसार 2024-25 के सीजन में 125.82 लाख टन के उत्पादन 8.94 लाख टन के पिछले बकाया स्टॉक तथा 2 हजार टन के आयात के साथ सोयाबीन की कुल उपलब्धता 124.78 लाख टन पर पहुंची।

इसमें से 11.50 लाख टन का स्टॉक अगली बिजाई के लिए आरक्षित रखा गया और शेष 123.28 लाख टन का स्टॉक क्रशिंग- प्रोसेसिंग एवं अन्य उद्देश्य उपयोग के लिए उपलब्ध रहा।

इसमें से 103 लाख टन सोयाबीन की आवक देश की विभिन्न मंडियों में हुई। सोयाबीन का सीधा उपयोग गत सीजन के 4.50 लाख टन से सुधरकर 2024-25 के सीजन में 5 लाख टन पर पहुंचा जबकि इसका निर्यात 12 हजार टन पर स्थिर रहा। 

रिपोर्ट के मुताबिक सितम्बर 2025 के अंत में किसानों, व्यापारियों एवं मिलर्स के पास 4.42 लाख टन तथा सरकारी एजेंसियों के पास 24 हजार टन सोयाबीन का स्टॉक बचा हुआ था।

जहां तक सोयामील का सवाल है तो इसका पिछला बकाया स्टॉक 1.33 लाख टन था 89.56 लाख टन के उत्पादन तथा 2 हजार टन के आयात के साथ इसकी कुल उपलब्धता 90.91 लाख टन पर पहुंची।

इसमें से 20.23 लाख टन का निर्यात तथा 62 लाख टन का उपयोग फीड निर्माण में हुआ। इसके अलावा  खाद्य उद्देश्य में 8 लाख टन सोयामील की खपत हुई और सीजन के अंत में 68 हजार टन का अधिशेष स्टॉक बच गया।

सोपा ने 2023-24 के सीजन में 118.74 लाख टन सोयाबीन का उत्पादन आंका था जबकि 2025-26 के सीजन में उत्पादन घटकर 105 लाख टन के करीब सिमट जाने का अनुमान लगाया है।