रबी कालीन मक्का की फसल के लिए मौसम पूरी तरह अनुकूल नहीं

27-Feb-2025 03:58 PM

नई दिल्ली। यद्यपि खरीफ सीजन के दौरान देश में मक्का का बेहतर उत्पादन हुआ और सरकार ने एथनॉल निर्माण के लिए गन्ना के उपयोग की मात्रा बढ़ाते हुए डिस्टीलरीज को रियायती मूल्य पर चावल उपलब्ध करवाना शुरू कर दिया है जिससे मक्की की कीमतों पर फिलहाल कुछ दबाव पड़ने के संकेत मिल रहे हैं

लेकिन मौसम की प्रतिकूल स्थिति से रबी कालीन मक्का की फसल को हो रहे नुकसान को देखते हुए आगामी महीनों इस महत्वपूर्ण मोटे अनाज की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति जटिल रहने की संभावना है और कीमतों में तेजी-मजबूती का माहौल बन सकता है।

जानकारों के अनुसार घरेलू मांग एवं जरूरत को पूरा करने के लिए विदेशों से मक्का के आयात की आवश्यकता बरकरार रह सकती है। बिहार तथा उत्तर प्रदेश जैसे प्रमुख मक्का उत्पादक राज्यों में रबी कालीन फसल के लिए मौसम की हालत अभी पूरी तरह अनुकूल नहीं है। 

एक अग्रणी विश्लेषक के अनुसार बिहार रबी कालीन मक्का का प्रमुख उत्पादक राज्य है। वहां पिछले कई महीनों से अच्छी  बारिश नहीं होने तथा तापमान ऊंचा रहने से खेतों की मिटटी में नमी का भारी अभाव देखा जा रहा है। इससे रबी कालीन मक्का की फसल को हानि होने की आशंका है।

यद्यपि केन्द्रीय कृषि मंत्रालय ने 2024-25 के रबी सीजन में राष्ट्रीय स्तर पर 120 लाख टन मक्का के उत्पादन का लक्ष्य नियत किया है लेकिन समीक्षकों का मानना है कि इसका वास्तविक उत्पादन अधिक से अधिक 95/100 लाख टन के बीच पहुंच सकता है। मंत्रालय के मुताबिक 2023-24 के रबी सीजन में 120.30 लाख टन मक्का का घरेलू उत्पादन हुआ था।

कृषि मंत्रालय ने 2024-25 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन के लिए 400 लाख टन मक्का के उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया था जिसमें खरीफ सीजन का 260 लाख टन, रबी सीजन का 120 लाख टन तथा जायद (ग्रीष्मकालीन) सीजन का 20 लाख टन का लक्ष्य शामिल था।

प्रथम अग्रिम अनुमान के तहत खरीफ सीजन में 245 लाख टन के उत्पादन की संभावना व्यक्त की गई जो 2023-24 सीजन की तुलना में 10.4 प्रतिशत ज्यादा मगर नियत लक्ष्य 260 लाख टन से 15 लाख टन कम है। 

रबी सीजन में मक्का के बिजाई क्षेत्र में 8.8 प्रतिशत का इजाफा हुआ और कुल रकबा 23.70 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो सामान्य औसत क्षेत्रफल 22.10 लाख हेक्टेयर से भी ज्यादा है। इसी तरह ग्रीष्मकालीन मक्का के बिजाई क्षेत्र में भी कुछ बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।