मोंथा तूफान से आंध्र-तेलंगाना में कपास की फसल क्षतिग्रस्त

31-Oct-2025 04:35 PM

हैदराबाद। भयंकर समुद्री चक्रवाती तूफान- मोंथा के प्रकोप से अत्यन्त तेज हवा के साथ आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के अनेक जिलों में मूसलाधार बारिश होने से खेतों में खड़ी कपास की फसल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।

इसके अलावा धान सोयाबीन और मक्का की फसल को भी इससे नुकसान होने की सूचना मिल रही है। तेलंगाना के कपास उत्पादक पहले से ही कठिनाई के भंवर में फंसे हुए हैं क्योंकि वहां अत्यधिक बारिश होने से न केवल फसल को हानि हुई थी बल्कि कपास के गोले (बॉल) की क्वालिटी भी खराब हो गई थी

और उसमें नमी का अंश काफी बढ़ गया था। अगस्त-सितम्बर की जोरदार वर्षा ने कपास उत्पादकों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था। अब अक्टूबर की बेमौसमी वर्षा से मुसीबत और भी बढ़ गई। 

वारंगल जिले में तूफानी वर्षा से कपास की फसल को दो तरफा नुकसान हुआ। खेतों में खड़ी फसल तो क्षतिग्रस्त हुई ही- साथ-साथ मंडियों में बिक्री के लिए लाई गई कपास की गांठ भी खराब हो गई। कपास में पानी भरने से वह बदरंग हो गई। 

कपास में नमी का अंश मान्य या स्वीकृत स्तर से बहुत ज्यादा बढ़ जाने के कारण न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर इसकी बिक्री करने में किसानों को भारी कठिनाई हो सकती है।

आरंभिक अनुमान के अनुसार तेलंगाना में आंधी -बारिश से 1.81 लाख हेक्टेयर से खरीफ फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं जिसमें 61 हजार हेक्टेयर में कपास तथा 1.14 लाख हेक्टेयर में धान सहित अन्य फसलें शामिल हैं। उधर आंध्र प्रदेश में भी साइक्लोन से 820 करोड़ रुपए मूल्य की फसलों को नुकसान होने का अनुमान लगाया गया है। 

सरकारी एजेंसी- भारतीय कपास निगम (सीसीआई) इस बात पर जोर दे रहा है कि केवल उसी कपास की खरीद की जाएगी जिसमें नमी का अंश 8 से 12 प्रतिशा तक ही होगा जबकि तेलंगाना में कपास में नमी का अंश 20 प्रतिशत तक देखा जा रहा है।