लगातार हो रही बारिश से केरल में छोटी इलायची की तुड़ाई में बाधा

21-Jul-2025 08:04 PM

तिरुअनन्तपुरम। देश के सुदूर दक्षिणी राज्य- केरल के विभिन्न जिलों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से न केवल जल जीवन अस्त व्यस्त हो गया है और निचले इलाकों में पानी भर गया है बल्कि छोटी इलायची सहित अन्य मसाला फसलों की तुड़ाई-तैयारी में बाधा भी पहुंच रही है।

ऊपरी भागों में चाय की पत्तियों को तोड़ने में कठिनाई हो रही है। इतना ही नहीं बल्कि मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राज्य के नौ जिलों में भारी वर्षा का ओरेंज अलर्ट भी जारी किया है जिसमें इडुक्की, एर्नाकुलम, त्रिपुर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड, कन्नूर एवं कासरगौड जिला शामिल है।

उल्लेखनीय है कि केरल में इडुक्की छोटी इलायची के उत्पादन के लिए, वायनाड कालीमिर्च के लिए तथा कासरगौड़ जिला सुपारी के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। केरल के शेष जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है जो सामान्य वर्षा का संकेत है। 

उल्लेखनीय है कि जब 11 सें०मी० से लेकर 20 से०मी० तक की भारी वर्षा की संभावना रहती है तब ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है जबकि 6 से 11 से०मी० तक की बारिश के लिए यैलो अलर्ट जारी होता है।

मौसम विभाग ने केरल के सभी जिलों में एक या दो स्थानों पर तेज सतही हवा के प्रवाह के साथ सामान्य बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। इससे छोटी इलायची के उत्पादक ज्यादा चिंतित हैं क्योंकि इसकी फसल पकने लगी है। वर्षा के कारण बागानों में पानी भरा हुआ है और ऐसी हालत में यदि तेज हवा (जिसकी गति 40 कि०मी० प्रति घंटे तक हो सकती है) का प्रवाह होने से इलायची के दाने टूटकर पानी में गिर गए तो काफी नुकसान हो सकता है।

पलक्कड़ जिले में बांधों- जलाशयों में पानी का स्तर बहुत ऊंचा हो गया है और उसके गेट खोले जा रहे हैं जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का दृश्य उपस्थित हो गया है। पठानमथिट्टा एवं कासरगौड़ जिलों में मणिमाला तथा मोगराल नदियों में पानी खतरे के निशाल से ऊपर पहुंच गया है। नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने का सुझाव दिया गया है।