चावल का वैश्विक उत्पादन 54.20 करोड़ टन पर पहुंचने का अनुमान
31-Oct-2025 12:33 PM
 
        लन्दन। इंटरनेशनल ग्रेन कौंसिल (आईजीसी) ने 2025-26 के मार्केटिंग सीजन में चावल का वैश्विक उत्पादन बढ़कर 54.20 करोड़ टन पर पहुंचने का अनुमान लगाया है जो 2024-25 सीजन के संभावित उत्पादन 54.10 करोड़ टन से 10 लाख टन ज्यादा है।
इससे पूर्व 2023-24 के सीजन में 52.50 करोड़ टन एवं 2022-23 के सीजन में 51.70 करोड़ टन चावल का वैश्विक उत्पादन आंका गया था। भारत में चावल का बेहतर उत्पादन होने की उम्म्मीद व्यक्त की गई है।
आईजीसी की नई मासिक रिपोर्ट के अनुसार 2025-26 के मार्केटिंग सीजन में चावल का वैश्विक कारोबार 2024-25 के 5.90 करोड़ टन से बढ़कर 6 करोड़ टन पर पहुंच सकता है और इसके तहत खासकर अफ्रीकी देशों में आयात बढ़ने की उम्मीद है।
भारत पहले की भांति चावल का सबसे प्रमुख निर्यातक देश बना रहेगा। चावल की वैश्विक खपत उछलकर 54 करोड़ टन पर पहुंच सकती है जो 2024-25 सीजन के कुल अनुमानित उपयोग 53.30 करोड़ टन से 70 लाख टन अधिक है। जन संख्या वृद्धि के कारण चावल की खपत बढ़ेगी।
इस तरह 54.20 करोड़ टन के उत्पादन एवं 54 करोड़ टन के उपयोग के कारण चावल के वैश्विक बकाया स्टॉक में 20 लाख टन का इजाफा होगा और यह 2024-25 सीजन के 18.50 करोड़ टन से बढ़कर 18.70 करोड़ टन पर पहुंच जाएगा।
प्रमुख निर्यातक देशों में तो अधिशेष स्टॉक बढ़ेगा मगर आयातक देशों में यह घट सकता है। चावल के अग्रणी निर्यातक देशों में भारत, थाईलैंड, वियतनाम, अमरीका, पाकिस्तान एवं म्यांमार आदि शामिल हैं।
बांग्ला देश, इंडोनेशिया एवं फिलीपींस में भी चावल का अच्छा उत्पादन एवं उपयोग होता है जबकि चीन इसमें शीर्ष स्तर पर रहता है। अब भारत चावल के उत्पादन में उससे आगे निकल रहा है।
