बुंदेलखंड में खरीफ फसलों को बारिश से पहुंच रहा नुकसान।

21-Jul-2025 09:31 AM

बुंदेलखंड में खरीफ फसलों को बारिश से पहुंच रहा नुकसान।
★ ललितपुर में खेतों में खड़े पानी से फसल का बीज नष्ट हो रहा है। सबसे अधिक असर दलहनों पर पड़ने की आशंका।
★ जिले में दलहनी फसलों में मूंग और उड़द का उत्पादन होता है।
★ ललितपुर जिले में औसतन 2.34 लाख हेक्टेयर में उड़द की फसल बोई जाती है प्रतिवर्ष उत्पादन औसतन 1.76 लाख मीट्रिक टन रहता है।
★ मूंग की औसतन उत्पादन 1,300 मीट्रिक टन रहता है। 
★ अतिवृष्टि के कारण जिले में करीब 60 से 70 प्रतिशत खेतों में बोआई हो पाई है, जहां पर बोआई हुई है, वहां पर बारिश के कारण बीज नष्ट हो गया है।
★ इसका सीधा असर जिले के दाल के व्यापार पर पड़ने की संभावना है।
~~~~~~~~
झाँसी जिले में भी यही स्तिथि
★ मोटे अनाज, दलहन और तिलहन की अबतक करीब 65 फीसदी पहुंची। 
★ दहलनों में उड़द और मूंग की कुल बोआई अबतक मात्र 61 फीसदी ही हो सकी है। जबकि तिलहनाें में सोयाबीन की बोआई 69 फीसदी। 
★ 18 जुलाई तक मानक बारिश 267.06 मिमी बारिश होनी चाहिए। इसके सापेक्ष 499.7 मिमी बारिश पिछले सप्ताह तक हो चुकी है।
★ बारिश से खरीफ फसल की बोआई प्रभावित। जिन फसलों की बिजाई की गई उनमें जल भराव होने से बीज खराब होने की जानकारी मिल रही है।
★ राज्य सरकार ने नुकसान के सर्वे के लिए 48 टीमें लगाई।
★ खरीफ सीजन में बुंदेलखंड संभाग दलहनों का मुख्य उत्पादक क्षेत्र है, असर बारिश का सिलसिला ऐसे ही जारी रहा तो इससे केवल दलहन ही नहीं अन्य फसल मोठे अनाज, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली और कपास पर पड़ सकता है।
★ उत्पादन पर असर पढ़ा तो इस क्षेत्र की मीलों को अन्य जिलों से करनी पड़गी खरीद जिससे मांग निकलेगी और कीमतों को समर्थन मिल सकता है।