भारत से चावल का निर्यात बढ़कर 215 लाख टन पर पहुंचने की उम्मीद
11-Dec-2024 08:14 PM
नई दिल्ली । शानदार घरेलू उत्पादन, वैश्विक बाजार की मजबूत मांग तथा नियंत्रणों-शुल्कों की समाप्ति को देखते हुए अमरीकी कृषि विभाग (उस्डा) ने भारत से 2024-25 के मार्केटिंग सीजन में चावल का कुल निर्यात बढ़कर 215 लाख टन की ऊंचाई पर पहुंच जाने का अनुमान लगाया है जो 2023-24 सीजन के सकल शिपमेंट 144.30 लाख टन से 70.70 लाख टन अधिक है।
उल्लेखनीय है कि भारत से बासमती तथा गैर बासमती- दोनों श्रेणियों के चावल का विशाल निर्यात होता है और यह पिछले एक दशक से भी अधिक समय से दुनिया का सबसे प्रमुख चावल निर्यातक देश बना हुआ है।
उस्डा की नई रिपोर्ट के अनुसार भारत में चावल का उत्पादन 2023-24 सीजन के 1378.30 लाख टन से 71.70 लाख टन बढ़कर 2024-25 के सीजन में 1450 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान है।
खरीफ सीजन के दौरान धान के क्षेत्रफल में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई और मानसून की बारिश भी भरपूर हुई। भारत में खरीफ और रबी दोनों सीजन में धान-चावल का उत्पादन होता है।
उस्डा के मुताबिक भारत में 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान 420 लाख टन के बकाया स्टॉक तथा 1450 लाख टन के उत्पादन के साथ चावल की कुल उपलब्धता 1870 लाख टन पर पहुंचने की उम्मीद है जिसमें से 1210 लाख टन का घरेलू उपयोग तथा 215 लाख टन का निर्यात होगा
और सीजन के अंत में 445 लाख टन का स्टॉक बच जाएगा। मालूम हो कि भारत में विदेशों से चावल का आयात नहीं होता है क्योंकि यह स्वयं इसका सबसे बड़ा निर्यातक देश है।
2023-24 सीजन के दौरान देश में 350 लाख टन चावल का बकाया स्टॉक मौजूद था जबकि 1378.30 लाख टन का उत्पादन एवं 1164 लाख टन का घरेलू उपयोग हुआ था।