आयातकों की कमजोर मांग से ऑस्ट्रेलियाई चना के निर्यात में भारी गिरावट

26-Jun-2025 05:00 PM

ब्रिसबेन। एशिया के प्रमुख आयातक देशों में मांग कमजोर पड़ने से ऑस्ट्रेलियाई चना के निर्यात में भारी गिरावट देखी जा रही है। सरकारी संस्था- ऑस्ट्रेलियाई सांख्यिकी ब्यूरो (एबीएस) की रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल 2025 के दौरान ऑस्ट्रेलिया से चना का निर्यात घटकर 12,061 टन पर अटक गया

जो मार्च के शिपमेंट 71,779 टन से 83 प्रतिशत तथा अप्रैल 2024 के निर्यात 22,048 टन से 49 प्रतिशत कम है। अप्रैल 2025 में ऑस्ट्रेलियाई चना के तीन शीर्ष आयातक देशों की सूची में भारत और बांग्ला देश शामिल नहीं है। इन दोनों देशों में बहुत कम चना मंगाया गया। 

ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2025 में ऑस्ट्रेलिया से पाकिस्तान को सर्वाधिक 6315 टन, कनाडा के 1788 टन तथा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को 1278 टन चना का शिपमेंट किया गया।

भारत सरकार ने 1 अप्रैल से चना के आयात पर 10 प्रतिशत का सीमा शुल्क लगा दिया जबकि घरेलू बाजार भाव भी नरम चल रहा था। इसके फलस्वरूप ऑस्ट्रेलिया से भारत को चना का निर्यात फरवरी को 2,32,687 टन से घटकर मार्च में 33 हजार टन तथा अप्रैल में शून्य रह गया।

मई 2024 में सरकार ने चना के आयात को शुल्क मुक्त किया था और 31 मार्च 2025 तक इसे बरकरार रखा। लेकिन 1 अप्रैल से सीमा शुल्क लागू होते ही भारत में ऑस्ट्रेलियाई चना का आयात बंद हो गया। 

एबीएस के आंकड़ों से पता चलता है कि फरवरी-अप्रैल की तिमाही के दौरान ऑस्ट्रेलिया से कुल मिलाकर करीब 3.78 लाख टन चना का निर्यात हुआ। इसमें भारत को सर्वाधिक 2.66 लाख टन का शिपमेंट किया गया।

इसके अलावा पाकिस्तान को 74 हजार टन, बांग्ला देश को 15 हजार टन तथा संयुक्त अरब अमीरात को 10 हजार टन चना भेजा गया। कई अन्य देशों को भी ऑस्ट्रेलिया से चना का शिपमेंट किया गया मगर उसकी मात्रा (अलग-अलग देशों में) काफी कम रही। ऑस्ट्रेलिया पहले ही चना का विशाल निर्यात कर चुका है और अब वहां इसका हाजिर स्टॉक भी कम बताया जा रहा है।