आंध्र प्रदेश में मोंथा तूफान से कपास की फसल को भारी नुकसान
29-Oct-2025 12:49 PM
विजयवाड़ा। देश के दक्षिणी राज्य- आंध्र प्रदेश में समुद्री चक्रवाती तूफान- मोंथा के भयंकर प्रकोप से कपास की फसल को बहुत बड़े क्षेत्र में ऐसे समय में जबरदस्त नुकसान होने की आशंका है जब वहां इसकी तुड़ाई-तैयारी का कार्य आरंभ होने वाला था।
सरकारी एजेंसी- भारतीय कपास निगम (सीसीआई) की खरीदारी में विलम्ब होने के कारण आंध्र प्रदेश के उत्पादक पहले से ही संघर्ष कर रहे हैं जबकि बेमौसमी वर्षा की पहली बौछार से उसकी चिंता एवं कठिनाई और भी बढ़ गई है। आज से राज्य में कपास की सरकारी खरीद आरंभ होने वाली थी।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार आंध्र प्रदेश में इस वर्ष कपास का बिजाई क्षेत्र बढ़कर करीब 4.56 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। वहां कपास का उत्पादन भी सुधरकर 15.23 लाख गांठ पर पहुंचने का अनुमान लगाया गया था लेकिन अब वहां मूसलाधार बारिश एवं तेज हवा के प्रवाह से कम से कम 30 प्रतिशत फसल के क्षतिग्रस्त हो जाने की आशंका है।
आंध्र प्रदेश में कपास के प्रमुख उत्पादक जिलों में कुर्नूल, पालनाडु, एनटीआर, गुंटूर एवं अनंतपुर शामिल है। किसानों को उम्मीद थी कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सरकारी खरीद आरंभ होने पर उसे कम से कम लागत खर्च की वापसी हासिल हो जाएगी मगर अब इसकी संभावना क्षीण पड़ती जा रही है
क्योंकि तूफानी बारिश से न केवल फसल को भारी क्षति हुई है बल्कि इसकी क्वालिटी भी खराब हो गई है। 2025-26 सीजन के लिए कपास का न्यूतनम समर्थन मूल्य मीडियम रेशेवाली श्रेणी का 7710 रुपए प्रति क्विंटल तथा लम्बे रेशेवाली किस्मों का 8110 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
