वर्ष 2024-25 में मेथी का रिकॉर्ड निर्यात
27-Jun-2025 07:05 PM

वर्तमान कीमतों में मंदे की संभावना नहीं
नई दिल्ली। उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर आवक घटने एवं काफी समय पश्चात निर्यातकों की छिटपुट लिवाली आने के कारण चालू सप्ताह के दौरान मेथी की कीमतों में 75/100 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई है। सूत्रों का मानना है कि बरसात का मौसम शुरू हो जाने के कारण आगामी दिनों में लोकल मांग में भी सुधार होगा। जिस कारण मेथी के दाम धीरे-धीरे बढ़ने की संभावना है। आगामी दिनों में 4/5 रुपए प्रति किलो की तेजी आने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।
हालांकि चालू सीजन के लिए उत्पादक केन्द्रों पर मेथी की बिजाई का क्षेत्रफल मामूली बढ़ा है। बिजाई के पश्चात मौसम फसल के अनुकूल रहने से प्रति हेक्टेयर में वृद्धि होने के कारण उत्पादन अधिक रहा। मेथी का मुख्यत: उत्पादन मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं गुजरात में होता है नई फसल की आवक मार्च-अप्रैल में आती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्पादक केन्द्रों पर इस वर्ष मेथी की बिजाई 1.30 लाख हेक्टेयर पर की गई थी जबकि गत वर्ष बिजाई का क्षेत्रफल 1.28 लाख हेक्टेयर का रहा था। अधिक बिजाई एवं अनुकूल मौसम के चलते इस वर्ष देश में मेथी की पैदावार 18/19 लाख क्विंटल होने के अनुमान है जबकि गत वर्ष उत्पादन 17/18 लाख क्विंटल रहा था।
स्टॉक कम
वर्ष 2024-25 के दौरान मेथी अधिक होने के कारण नई फसल के समय स्टॉक कम रह गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार गत वर्ष नई फसल के समय उत्पादक केन्द्रों पर मेथी का स्टॉक 3.5/4 लाख क्विंटल का था जबकि इस वर्ष स्टॉक 1.5/2 लाख क्विंटल का रह गया था।
कीमतों में मंदा नहीं
जानकार सूत्रों का कहना है कि विगत कुछ समय से निर्यातकों की कमजोर मांग के कारण मेथी के दाम मंदे के दौर से गुजर रहे थे। लेकिन अब निर्यातकों की धीरे-धीरे लिवाली बढ़नी शुरू हो गई है जिस कारण से हाल ही में कीमतों में 75/100 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आई है। सूत्रों का मानना है कि जुलाई-अगस्त माह में घरेलू मांग भी बढ़ेगी। जिस कारण से मेथी की कीमतों में 400/500 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आने की संभावना है। वर्तमान में मध्य प्रदेश की मंडियों में एवरेज क्वालिटी मेथी के भाव 4800/5200 रुपए चल रहे हैं।
आवक घटी
मंडियों में मेथी की दैनिक आवक घटनी शुरू हो गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश, नीमच, जावरा मंडी में आवक घटकर 1200/1500 बोरी की रह गई है जबकि मंदसौर में आवक 400/500 बोरी की हो रही है। गुजरात की राजकोट मंडी में भी आवक 500/600 बोरी की रह गई है। राजस्थान की कोटा मंडी में आवक 300/400 बोरी की रह गई है।
रिकॉर्ड निर्यात
वर्ष 2024-25 (अप्रैल-मार्च) के दौरान मेथी का रिकॉर्ड निर्यात किया गया। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इससे पूर्व वर्ष 2020-21 में मेथी का रिकॉर्ड निर्यात 40340 टन का किया गया था। जबकि वर्ष 2024-25 के दौरान मेथी का निर्यात 44515.97 टन का किया गया था। यह निर्यात गत वर्ष की तुलना में 44 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2023-24 के दौरान निर्यात 30854 टन का रहा था। निर्यात अधिक होने के कारण निर्यात आय में भी 37 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2024-25 के दौरान मेथी निर्यात से 36589 लाख रुपए की आय हुई। जबकि वर्ष 2023-24 में निर्यात से प्राप्त आय 26612.76 लाख रुपए की रही थी।