देश में एथनॉल की कुल उत्पादन क्षमता बढ़कर 1623 करोड़ लीटर पर पहुंची

13-Sep-2024 03:12 PM

नई दिल्ली। भारत में पिछले कुछ वर्षों के दौरान एथनॉल की उत्पादन क्षमता में लगभग तीन गुणा की जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है जिससे आने वाले समय में एथनॉल का उत्पादन तेजी से बढ़ने के आसार हैं।

खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के अनुसार भारत में एथनॉल की उत्पादन क्षमता 2017-18 में 518 करोड़ लीटर थी जो 2023-24 तक आते-आते उछलकर 1623 करोड़ लीटर पर पहुंच गई। यह 31 अगस्त 2024 तक का आंकड़ा है।

केन्द्र सरकार हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने का हर संभव प्रयास कर रही है और इसलिए चीनी मिलर्स तथा डिस्टीलर्स को एथनॉल के उत्पादन की क्षमता का विकास-विस्तार करने का प्रोत्साहन मिल रहा है।

पेट्रोल में एथनॉल के मिश्रण का ऊंचा लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसे हासिल करने के लिए एथनॉल के उत्पादन में भारी इजाफा होना आवश्यक है।

तेल विपणन कंपनियों के लिए एथनॉल के खरीद मूल्य में नियमित रूप से बढ़ोत्तरी की जा रही है। भारत में गन्ना तथा अनाज-दोनों का उपयोग एथनॉल निर्माण में हो रहा है। वर्ष 2025 तक पेट्रोल में एथनॉल के मिश्रण का लक्ष्य 20 प्रतिशत नियत किया गया है।

हाल ही में सरकार ने एथनॉल उत्पादन में चीनी मिलों एवं डिस्टीलरीज को गन्ना जूस, सीरप, बी-हैवी शीरा तथा सी-हैवी शीरा के नियंत्रण मुक्त उपयोग की अनुमति प्रदान की है जो 2024-25 सीजन के लिए मान्य है।

2023-24 के सीजन में इसके इस्तेमाल पर मात्रात्मक नियंत्रण लगा दिया गया था। सरकार चीनी का निर्यात खोलने के बजाए एथनॉल के उत्पादन संवर्धन को प्राथमिकता दे रही है। एथनॉल के निर्माण में मक्का का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है।