दलहन-तिलहन फसलों के बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी

18-Sep-2024 08:20 PM

नई दिल्ली । पिछले साल की तुलना में चालू खरीफ सीजन के दौरान दलहन एवं तिलहन फसलों के उत्पादन क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई है।

दलहन फसलों का बिजाई क्षेत्र गत वर्ष के 118.43 लाख हेक्टेयर से उछलकर इस बार 127.77 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा मगर पंचवर्षीय औसत क्षेत्रफल 136.02 लाख हेक्टेयर से पीछे रह गया। यद्यपि तुवर एवं मोठ का रकबा इस औसत क्षेत्रफल से ऊपर पहुंचा मगर उड़द का बिजाई क्षेत्र पीछे रह गया।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुमान पिछले साल की तुलना में चालू खरीफ सीजन के दौरान अरहर (तुवर) का उत्पादन क्षेत्र 40.74 लाख हेक्टेयर से उछलकर 46.50 लाख हेक्टेयर हो गया जो सामान्य औसत क्षेत्रफल 45.55 लाख हेक्टेयर से भी ज्यादा रहा

लेकिन उड़द का बिजाई क्षेत्र 32.25 लाख हेक्टेयर से घटकर 30.44 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया। मोठ का रकबा 10.32 लाख हेक्टेयर तथा अन्य दलहनों (मूंग को छोड़कर) का बिजाई क्षेत्र 4.60 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया जो सामान्य औसत क्षेत्रफल से अधिक रहा। 

जहां तक खरीफ कालीन तिलहनों का सवाल है तो इसका कुल उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 190.37 लाख हेक्टेयर से 1.5 प्रतिशत सुधरकर इस बार 193.32 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो सामान्य औसत क्षेत्रफल 190.18 लाख हेक्टेयर से 1.65 प्रतिशत अधिक रहा।

इसके तहत सोयाबीन एवं मूंगफली के बिजाई क्षेत्र में अच्छी बढ़ोत्तरी हुई लेकिन तिल तथा अरंडी के क्षेत्रफल में गिरावट आ गई। 

प्राप्त सरकारी आंकड़ों के मुताबिक गत वर्ष की तुलना में वर्तमान खरीफ सीजन के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर सोयाबीन का उत्पादन क्षेत्र 123.83 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 125.11 लाख हेक्टेयर तथा मूंगफली का बिजाई क्षेत्र 43.75 लाख हेक्टेयर  से उछलकर 47.85 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया

लेकिन तिल का क्षेत्रफल 12.06 लाख हेक्टेयर से गिरकर 11.19 लाख हेक्टेयर और अरंडी का रकबा 9.23 लाख हेक्टेयर से घटकर 7.67 लाख हेक्टेयर पर अटक गया।