त्यौहारी सीजन की मांग से दालों एवं मसालों का भाव तेज

12-Oct-2023 05:03 AM

हरदोई । अन्य प्रांतों की भांति उत्तर प्रदेश में भी नवरात्रि त्यौहार के लिए तैयारियां जोर-शोर से आरम्भ हो गई हैं लेकिन कुछ महत्वपूर्ण एवं आवश्यक उत्पादों की कीमतों में तेजी-मजबूती का माहौल बरकरार रहने से आम लोगों का उत्साह घट गया है।

हालांकि सरकारी अनाज मिलने से गरीब वर्ग को चावल एवं गेहूं (आटा) की ज्यादा चिंता नहीं है और खाद्य तेलों के दाम में भी काफी हद तक स्थिरता आ गई है लेकिन दाल-दलहन, मसाले एवं चीनी आदि का भाव ऊंचे स्तर पर कायम रहने से लोगों का खर्च बेतहाशा बढ़ रहा है।

अरहर (तुवर), मूंग, मसूर, उड़द एवं चना आदि की दालों का भाव काफी ऊंचे स्तर पर चल रहा है। इसी तरह मसालों में जरिए, कालीमिर्च, लालमिर्च तथा हल्दी की कीमत काफी ऊंची हो गई है। गरम मसाला भी महंगाई के रथ पर सवार है।

जीरा का दाम 700 रुपए प्रति किलो पर पहुंच चुका है। इसी तरह चीनी की कीमत 38-40 रुपए से बढ़कर 44-45 रुपए प्रति किलो हो गई है। तुवर तथा मूंग दाल की खरीद करना गरीब वर्ग के लिए संभव नहीं हो रहा है। 

हालांकि केन्द्र सरकार दाल-दलहन की कीमत घटाने एवं आपूर्ति तथा उपलब्धता बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन इसमें उसे ज्यादा सफलता नहीं मिल रही है।

कभी-कभार इसके दाम में थोड़ी-बहुत नरमी आती है लेकिन जल्दी ही वह पुनः अपने पुराने स्तर पर या उससे भी ऊपर पहुंच जाता है। लोगों का कहना है कि आटा, सरसों तेल तथा रिफाइंड तेल का भाव लगभग स्थिर बना हुआ है जिससे कुछ राहत मिल रही है लेकिन दाल एवं मसालों के ऊंचे दाम ने समस्या बढ़ा दी है।

महंगाई के कारण रसोई का बजट बिगड़ गया है। हरदोई एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में अरहर दाल का भाव 160 रुपए प्रति किलो, उड़द दाल का 90 रुपए, मूंग छिलका का 110 रुपए, छिलका रहित का 115 रुपए, चना दाल का 85 रुपए, मसूर दाल का भी 85 रुपए, मटर दाल का 70 रुपए तथा काबुली चना (छोले) का दाम 175 रुपए प्रति किलो पर पहुंच चुका है। 

इसी तरह मसालों के संवर्ग में हल्दी का मूल्य 160 रुपए प्रति किलो, लौंग का 1200 रुपए, कालीमिर्च का 800 रुपए, लालमिर्च 360 रुपए तथा जीरा का मूल्य 700 रुपए प्रति किलो हो गया है चीनी 44 रुपए प्रति किलो बिक रही है जबकि बेसन 90 रुपए प्रति किलो पर उपलब्ध है।